Sawaimadhopur: नगर परिषद के कांग्रेस पार्षदों के सभापति के खिलाफ धरना प्रदर्शन का आज भाजपा के पार्षदों ने भी समर्थन किया है.
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Sawaimadhopur: नगर परिषद के कांग्रेस पार्षदों के सभापति के खिलाफ धरना प्रदर्शन का आज भाजपा के पार्षदों ने भी समर्थन किया है. भाजपा पार्षदों ने धरने में शामिल होकर कांग्रेस पार्षदों के सुर में सुर मिलाकर सभापति के खिलाफ जमकर नारे लगाए और 6 सूत्रीय मांगों को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
कांग्रेस पार्षदों ने सोमवार को नगर परिषद पर ताला जड़ा
कांग्रेस पार्षदों ने सोमवार को नगर परिषद पर ताला जड़कर चार सूत्रीय मांगों को लेकर अपनी ही पार्टी के सभापति के खिलाफ नगर परिषद के प्रवेशद्वार पर धरना देकर जमकर प्रदर्शन किया था. कांग्रेसी पार्षद पार्षद सुनील तिलकर, संजय बैरवा, फुरकान अली, तुफान सिंह, पुरुषोत्तम जोलिया, राजेश पहाड़िया आदि अपनी मांगों को लेकर रातभर नगर परिषद के प्रवेशद्वार पर जमे रहे, लेकिन उन्हें मनाने और उनकी बात सुनने के लिए सभापति विमल महावर नहीं पहुंचे.
पार्षदों ने कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन
धरना प्रदर्शन के आज दूसरे दिन धरना स्थल पहुंचकर भाजपा पार्षद कपिल जैन, चंदन सिंह नरुका, नीरज अकेला, तनवीर अहमद, पार्षद प्रतिनिधि बुद्धिप्रकाश जैन, रितेश भारद्वाज आदि ने कांग्रेस पार्षदों की हौसला अफजाई की तथा उनकी मांगों को जायज ठहराते हुए धरने का समर्थन किया। साथ ही मांगों को लेकर सभापति के खिलाफ जमकर नारे लगाए. पार्षदों ने कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में बताया कि सभापति विमल चंद महावर द्वारा नगर परिषद में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है. उनके द्वारा प्रशासन शहरों के संग अभियान में उन्हीं पट्टों पर साइन किए जाते है, जिनसे पैसे मिलते है. बिना पैसे लिए सभापति किसी भी पट्टे पर हस्ताक्षर नहीं करते है.
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सभापति और नगर परिषद के अधिकारियों द्वारा दशहरा मेला के नाम पर भी भ्रष्टाचार किया गया है. उसकी जांच के लिए पार्षदों को शामिल कर एक कमेटी बनाई जाए. नगर परिषद में दीपावली से पूर्व लाइटों की डिमांड की गई थी. उनमें एलईडी लाइट की जगह 15 वॉट के बल्ब लगाकर बड़ा घोटाला किया गया है. नगर परिषद के पार्षदों की सुनवाई नहीं हो रही है. बरसात में 42 लाख के मोरम डालने के टेण्डर हुए थे, लेकिन मोरम पार्षदों के सत्यापन के बिना ही डलवाया गया है. इसकी जांच पार्षदों की कमेटी बनाकर करवाई जाए.
कांग्रेस व भाजपा के पार्षदों ने सभापति विमल चंद महावर पर भ्रस्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए विकास कार्यों सहित सभापति के कार्यकाल में हुए सभी कार्यों की निष्पक्ष जांच करवा दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की है.