Rajsamand: HIV/AIDS कार्यशाला आयोजित, युवा वर्ग संवेदनशील होकर करें कार्य- डॅा. दिनेश रॉय सापेला
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Rajsamand: HIV/AIDS कार्यशाला आयोजित, युवा वर्ग संवेदनशील होकर करें कार्य- डॅा. दिनेश रॉय सापेला

नेहरू युवा केन्द्र, राजसमंद द्वारा राजस्थान एड्स कंट्रोल सोसायटी, राजस्थान, जयपुर के सहयोग से आउट ऑफ स्कूल कार्यक्रम के अंतर्गत एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता हेतु जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला कांकरोली स्थित एक हॉटल के सभागार में आयोजित हुई.

कार्यशाला आयोजित

Rajsamand: नेहरू युवा केन्द्र, राजसमंद द्वारा राजस्थान एड्स कंट्रोल सोसायटी, राजस्थान, जयपुर के सहयोग से आउट ऑफ स्कूल कार्यक्रम के अंतर्गत एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता हेतु जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला कांकरोली स्थित एक हॉटल के सभागार में आयोजित हुई. बता दें कि इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि के तौर पर राजसमंद उपखंड अधिकारी डॅा. दिनेश रॉय सापेला ने शिरकत की और कार्यशाला का संबोधित किया है. 

साथ ही उन्होंने कहा कि युवा इस मुद्दे पर संवेदनशील होकर कार्य करे तो लोगों में जन जागरूकता का वातावरण बनेगा और पीड़ित व्यक्ति सही समय पर उपचार लेकर अपने इम्यून सिस्टम को इस वायरस से लड़ने के लिए मजबूत कर सकेगा. उन्होंने कहा कि एचआईवी से ग्रसित व्यक्ति लम्बा और स्वस्थ जीवन जिए इसके लिए उचित उपचार सही समय पर मिले ऐसे प्रयास हमें करने चाहिए. 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा अधिकारी पवन घोसलिया ने कहा कि पूरी दुनिया में इस रोग से लोग परेशान है. सही समय पर इस बीमारी का पता लग जाने से काफी हद तक इस लाइलाज बीमारी पर निंयत्रण किया जा सकता है. वहीं इस दौरान दिलीप कुमार शर्मा काउन्सलर आरके जिला चिकित्सालय, राजसमंद ने सुई के माध्यम से नशीले पदार्थाों का सेवन करने वालों के लिए जोखिम घटाने की रणनीतियों पर अपने विचार व्यक्त किए. 

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साथ ही उन्होनें बताया कि कभी भी सीरिजों या दवा तैयार करने वाले उपकरणों को दोबारा इस्तेमाल न करें, विष्वसनीय स्रोत से प्राप्त नई जीवाणु रहित सीरिज का इस्तेमाल करने, विष्वसनीय स्रोत से प्राप्त जीवाणुरहित स्वच्छ पानी का इस्तेमाल करने, नया जीवाणुरहित कुकर और कॉटन का इस्तेमाल दवाएं बनाने के लिए करने, जहां इंजेक्शन लगता है, उस स्थल को पहले साफ कर लें, एक बार इस्तेमाल करने के बाद सुरक्षित तरीके से सीरिज को फेंकने पर जानकारी प्रदान कर लाभान्वित किया.

साथ ही उन्होंने एचआईवी/एड्स सेवाएं और सहायता हेल्पलाइन नम्बर 1097 और ड्रग हेल्पलाइन 1800-11-3872 पर भी अपने विचार व्यक्त किए. कार्यशाला में संदर्भ व्यक्ति षिक्षाविद् नारयण सिंह राव ने एचआईवी/एड्स पीडितों की हम कैसे मदद कर सकते है, पर अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि इसके लिए पहले हम संवेदनशील बने, किसी तरह का भेदभाव नहीं करे, उन्हें कंलकित नहीं करे, इससे संक्रमित और प्रभावित लोगों के लिए शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य सेवा जैसी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं.

Reporter: Devendra Sharma

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