राजस्थान की इस तीसरी शक्ति से भाजपा-कांग्रेस को खतरा! लोकसभा चुनाव में बिगड़ सकता है खेल
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राजस्थान की इस तीसरी शक्ति से भाजपा-कांग्रेस को खतरा! लोकसभा चुनाव में बिगड़ सकता है खेल

2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर देशभर में तैयारियां जोरों पर है.

राजस्थान की इस तीसरी शक्ति से भाजपा-कांग्रेस को खतरा! लोकसभा चुनाव में बिगड़ सकता है खेल

Rajasthan Loksabha Election: 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर देशभर में तैयारियां जोरों पर है. इसे लेकर राजस्थान में भी भाजपा और कांग्रेस भी जोर आजमाइश में जुट गई है, लेकिन राजस्थान की एक ऐसी पार्टी भी है जिसने भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए ही मुश्किल खड़ी कर रखी है, क्योंकि जहां भाजपा सूबे की 25 की 25 सीटें जीतकर हैट्रिक लगाना चाहती है, तो वहीं कांग्रेस को भी उम्मीदें है कि कुछ सीटें उसके खाते में जा सकती है, लेकिन भाजपा-कांग्रेस दोनों ही पर्टियों की ख्वाहिश में राजस्थान की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी यानी भारत आदिवासी पार्टी सेंध लगा सकती है.

दरअसल मेवाड़-वागड़ के क्षेत्र में अपनी भाग बन चुकी भारत आदिवासी पार्टी ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है और थर्ड फ्रंट के रूप में अकेले ही चुनाव में उतर रही है. हाल ही में बीजेपी के चौरासी से विधायक राजकुमार रोत ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी कांग्रेस की इंडिया गठबंधन के साथ समझौता नहीं करेगी. अगर कांग्रेस को कोई गठबंधन करना होता तो विधानसभा चुनाव में ही हो जाता. उनकी पार्टी अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ेगी और डूंगरपुर-बांसवाड़ा के साथ ही उदयपुर सीट पर जीत हासिल करेगी.

गौरतलब है कि हाल ही के विधानसभा चुनाव में भारत आदिवासी पार्टी के तीन विधायक जीते हैं, पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में भी भारत ट्राइबल पार्टी के बैनर तले दो विधायकों की जीत हुई थी, इसी से टूट कर भारत आदिवासी पार्टी बनी है. इस पार्टी से विधायक राजकुमार रोत ने डूंगरपुर की चौरासी विधानसभा सीट से 01 लाख 11 हजार मतों के अंतर से जीत हासिल की है, तो वहीं आसपुर विधानसभा सीट से उमेश डामोर जीते हैं. वहीं प्रतापगढ़ जिले की धरियावाद सीट से थावरचंद मीणा की जीत हुई है.

सबसे खास बात यह है कि जिन तीनों सीटों पर भारत आदिवासी पार्टी के उम्मीदवारों की जीत हुई है, उन तीनों ही सीटों पर कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही, जबकि भाजपा दूसरे स्थान पर रही. ऐसे में इन सीटों पर भारत आदिवासी पार्टी कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए ही मुश्किलें खड़ी कर सकती है, हालांकि पिछले दोनों ही लोकसभा चुनाव में इन तीनों ही सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है.

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