अनदेखी: हिण्डौन के श्री महावीरजी अस्पताल में सिर्फ एक डाक्टर, इलाज को भटक रहे लोग
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1555568

अनदेखी: हिण्डौन के श्री महावीरजी अस्पताल में सिर्फ एक डाक्टर, इलाज को भटक रहे लोग

Karauli News: हिण्डौन उपखंड के श्री महावीरजी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सकों के अभाव से जूझ रहा है. जिसकी वजह से लोगों को इलाज के लिए दूसरी जगहों पर भटकना पड़ रहा है.

 

अनदेखी: हिण्डौन के श्री महावीरजी अस्पताल में सिर्फ एक डाक्टर, इलाज को भटक रहे लोग

Karauli, Hindaun: एक ओर राज्य सरकार मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कस्बों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोल रही है, वहीं दूसरी ओर इन अस्पतालों में पर्याप्त डॉक्टर और  चिकित्सा कर्मियों के नहीं होने से मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

हिण्डौन उपखंड के श्री महावीरजी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केवल एक चिकित्सक के भरोसे चल रहा है, ऐसे में मरीजों को उपचार नहीं मिल पा रहा है.जिस कारण मरीज हिंडौन करौली या अन्य स्थानों पर उपचार कराने के लिए जाने को मजबूर है.

ग्रामीणों ने राज्य सरकार से अस्पताल में पर्याप्त डॉक्टर और चिकित्सा कर्मियों को नियुक्त करने की मांग की है. उत्तर भारत के प्रमुख तीर्थ स्थल श्री महावीरजी कस्बे के लोगों ने बताया लम्बे समय से चली आ रही मांग के बाद कस्बे को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सौगात तो मिली लेकिन चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं होने के कारण मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है.

श्री महावीर जी का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दर्जनों गांवों के मरीजों का एकमात्र अस्पताल है.जहां चिकित्सकों के 5 पद स्वीकृत हैं, लेकिन केवल एक चिकित्सक डॉ दर्शन सिंह गुर्जर को नियुक्त किया है, जो कि अस्पताल के प्रभारी भी है. ऐसे में चिकित्सक को ओपीडी व वार्ड में मरीजों की जांच के साथ अस्पताल के अन्य प्रशासनिक कार्य भी करने होते हैं.जब कभी डॉ दर्शन गुर्जर निजी कार्य से अवकाश पर जाते हैं तो मरीजों का उपचार करने वाला कोई भी चिकित्सक अस्पताल में नहीं रहता है.

ऐसे में मरीजों को हिंडौन, करौली अथवा अन्य आसपास के अस्पतालों में उपचार कराने के लिए जाना पड़ता है अथवा मरीज झोलाछाप डॉक्टरों के यहां भी उपचार लेने के लिए मजबूर होते हैं.उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीजों को निशुल्क एक्सरे की सुविधा का भी लाभ नहीं मिल रहा है, जिस कारण मरीजों को निजी लैब पर पैसे देकर जांच करानी पड़ रही है.

ग्रामीणों ने बताया कि इसकी कई बार शिकायत प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारियों के अलावा राज्य सरकार के संपर्क पोर्टल पर भी की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही.स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि कस्बे से अस्पताल तक पहुंचने का रास्ता भी पूरी तरह जर्जर एवं कीचड़ युक्त है.जिस कारण मरीजों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. 

बारिश के दिनों में रास्ते में पानी भर जाने के कारण मरीज अस्पताल तक पहुंचने में काफी परेशान रहते हैं. ग्रामीणों ने सरकार और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से रिक्त पदों पर चिकित्सक लगाने की मांग की है.अस्पताल प्रभारी डॉ दर्शन सिंह गुर्जर ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र श्री महावीरजी में 5 डॉक्टरों के पद स्वीकृत है लेकिन एक ही चिकित्सक को नियुक्त किया है.कार्य की अधिकता के कारण उन्होंने जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अनुरोध किया जिसके बाद एक चिकित्सक हर्ष जैन को नए चिकित्सक की नियुक्ति होने तक अस्थाई तौर पर अस्पताल में मरीजों के उपचार हेतु लगा दिया है.

Trending news