Rajasthani Girl: आज हम आपको राजस्थान के झुंझुनू के बेरला गांव की रहने वाली ईशा बिजारणिया की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं. 19 साल की ईशा को पहली ही बारी में भारतीय नौसेना में टेक्निकल ब्रांच में लेफ्टिनेंट के पद मिला. भारत में सिर्फ 9 बेटियों का चयन हुआ है, जिसमें झुंझुनू की ईशा बिजारणिया एक हैं.
इस भर्ती के लिए कुल 30 पदों के लिए 3 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. इन 30 पदों में से 9 पदों पर पहली बार छात्राओं का चयन होना था. झुंझुनू की ईशा बिजारणिया इन पहली 9 छात्राओं में से एक हैं. ईशा बिजारणिया भारतीय नौ सेना में टेक्निकल ब्रांच से लेफ्टिनेंट बनेंगी.
झुंझुनू की ईशा बिजारणिया इस ब्रांच से लेफ्टिनेंट बनने वाली जिले की पहली युवती होंगी. ईशा ने कहा कि भारतीय नौसेना में 'सेवा चयन बोर्ड' (एसएसबी) में टेक्निकल ब्रांच से बारहवीं और जेईई मेंस में पास अभ्यर्थियों के लिए जून में भर्ती निकली थी, जिसमें पहली बार महिलाओं के लिए नौ पदों की जगह निकाली गई थी. पहले केलव युवकों की भर्ती होती थी.
ईशा बिजारणिया ने परीक्षा पास की और अब वह 14 जनवरी 2024 से एशिया की सबसे बड़ी भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए) एझिमाला, केरल से ट्रेनिंग लेंगी, जिसके बाद पहली पोस्टिंग लेफ्टिनेंट के पद पर होगी.
इन तीस पदों के लिए देशभर से तीन लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिसकी परीक्षा 16 से 21 सितम्बर के बीच विशाखापट्टनम में हुई, जिसमें ईशा बिजारणिया पास हुई. इसके बाद से ईशा के गांव, परिवार और रिश्तेदारों में खुशी का माहौल है.
ईशा बिजारणिया ने बताया कि वह बचपन से ही सेना में बड़ी अधिकारी बनना चाहती थी. उन्होंने दसवीं में 89 व 12वीं में 90 फीसदी अंक मिले. फिलहाल वह राजोता से बीएससी कर रही हैं. इसके अलावा ईशा एनसीसी में भी रह चुकी हैं.
ईशा बिजारणिया के दादा दलीप सिंह हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड खेतड़ी में कर्मचारी थे. ईशा के पिता अजीत सिंह जिला परिषद झुंझुनूं में जिला आईईसी समन्वयक हैं और मां राजबाला राजकीय बालिका स्कूल माकड़ो में अध्यापिका हैं. वहीं, उनका भाई अभिनव बास्केट बॉल प्लेयर है.
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