Rajasthan Weather Update: कोहरे की आगोश में राजस्थान, मौसम की मार से लोग परेशान, बारिश-ओले गिरने से बढ़ी गलन
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Rajasthan Weather Update: कोहरे की आगोश में राजस्थान, मौसम की मार से लोग परेशान, बारिश-ओले गिरने से बढ़ी गलन

Rajasthan Weather Update: पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान के कुछ जिलों में बादल छाने के साथ घना कोहरा रहा. वहीं मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई है. रविवार को भी मौसम का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है, लेकिन सोमवार और मंगलवार से मौसम साफ रहने, पर तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है.

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Rajasthan Weather Update: उत्तर भारत में बीते दो दिनों से लगातार बारिश ने सर्दी को और बढ़ा दिया है, जिससे तापमान में और गिरावट दर्ज की गई है. वहीं राजस्थान में बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा  है. इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 29 दिसंबर 2024 के लिए अलर्ट जारी किया है, जिसमें आगे भी बारिश की संभावना जताई गई है.

राजस्थान के कई जिलों में मौसम विभाग ने बारिश, ओले, बिजली कड़कने और कोहरे का अलर्ट जारी किया है. आज अलवर, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, गंगानगर, पाली और नागौर जिलों में घना कोहरा छाया रहेगा. इसके अलावा, कोटा, झालावाड़, धौलपुर, भरतपुर, जयपुर, सवाई माधोपुर, कोटा, झुंझुनूं, चूरू, सीकर, चित्तौड़गढ़, अलवर और अजमेर में हल्की बारिश के साथ आकाशीय बिजली गरजने की संभावना है.

बात नागौर की करें तो मेड़ता रोड क्षेत्र को आज कोहरे ने अपनी आगोश में ले लिया. शनिवार को पश्चिमी विक्षोभ खत्म होने के साथ ही क्षेत्र में शीतलहर का प्रकोप लोगों को परेशान करने लगा है.रविवार सवेरे ही छाए घने कोहरे ने लोगों को रजाई में दुबके रहने को मजबूर कर दिया. घने कोहरे की वजह से विजिबिलिटी भी 50 मीटर की रह गई है.

पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में न्यूनतम तापमान तेजी से लुढ़का. इसी वजह से रविवार के दिन घास के मैदानी भागों में चारों ओर बर्फ ही बर्फ की सफेद चादर से ढकी हुई दिखाई दी. जमावबिन्दू के नीचे न्यूनतम तापमान पहुँचने का व्यापक असर हिल स्टेशन में सभी ओर महसूस किया गया. अल सुबह घास के मैदान हो या वाहनों के शीशे या फिर मोटरसाइकिल की सीट्स सभी पर बर्फ की सफेद चादर जमती हुई नजर आयी.

अमूमन जो सर्दी माउंट आबू में नवंबर के बाद पढ़ना शुरू होती है, वह वर्ष 2024 के अंत में यहां आने वाले सैलानियों को देखने को मिली. वह चारों ओर जमी हुई बर्फ का आनंद सैलानियों ने अपने-अपने अंदाज में महसूस किया.

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