Jaipur News: जलदाय विभाग के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. राजस्थान वाटर वर्क्स कर्मचारी संघ ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन का फैसला लिया है. संघ के पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों ने प्रदेश कार्यकारिणी का पुनर्गठन और विस्तार पर चर्चा की, जिसमें कुलदीप यादव को फिर से संगठन का अध्यक्ष चुना है.
Trending Photos
Jaipur News: जलदाय विभाग के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. राजस्थान वाटर वर्क्स कर्मचारी संघ ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन का फैसला लिया है. संघ के पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों ने प्रदेश कार्यकारिणी का पुनर्गठन और विस्तार पर चर्चा की, जिसमें कुलदीप यादव को फिर से संगठन का अध्यक्ष चुना है. कुलदीप यादव को दूसरी बार अध्यक्ष बनाया गया है.
ये हैं कर्मचारियों की प्रमुख मांगें
विभाग में लम्बित वेतन विसंगतियों का निराकरण करवाया जाए, कर्मचारी जिस पद पर भर्ती हुए थे, उसी पद से सेवानिवृत हो रहे है, ऐसे सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के कर्मचारियों को पद अपग्रेड करवाकर पदौन्नति का लाभ दिलवाया जाए. विभाग में तकनिकी कर्मचारियों को छोड़कर अन्य सभी पदों पर कार्यरत कर्मचारियों की पदौन्नति की गई है (आर्थिक भार शून्य).
नॉमर्स के आधार पर रिवाईज कैडर स्ट्रेन्थ स्वीकृत कर विभाग में कर्मचारियों की कमी को देखते हुए तुरंत प्रभाव से नई भर्ती करवाई जाए. मुख्यमंत्री महोदय द्वारा वर्ष 2019 में बजट घोषणा के बाद भी विभाग में तकनिकी कर्मचारियों की भर्ती नहीं की गई है. विभाग में तकनिकी कर्मचारियों की भर्ती 1992 के बाद से नहीं की गई है. कार्यरत कर्मचारी प्रतिवर्ष सेवानिवृत हो रहे है. कैडर स्ट्रेन्थ के हिसाब से तकनिकी कर्मचारियों की अतिशीघ्र नई भर्ती करवाई जाए, जिससे ठेकेदारी प्रथा पर अंकुश लगे और विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार खत्म हो सके.
कर्मचारियों को देय सुविधा में साबुन डस्टर, जूते, छाता सैल टार्च, आदि की राशि को वर्ष 2004 के हिसाब से कर्मचारियों को दिया जा रहा है. वर्तमान मूल्य सूचकाक के हिसाब से दिलवाए जाए.
यह भी पढ़ें - जोधपुर रेलवे स्टेशन में 32 लिफ्ट के साथ होंगी विश्वस्तरीय सुविधाएं, 474 करोड़ स्वीकृत
विभाग में कार्यरत कार्यप्रभारित से नियमित किए गए कर्मचारियों को अन्य नियमित कर्मचारियों के समान सवलीकरण करते हुए समयबद्ध पदौन्नति करवाई जाए.
विभाग में कार्यरत तकनीकी कर्मचारी (सहायक) जो कि मंत्रालयिक संवर्ग का कार्य नियुक्ति तिथि से कर रहे है उन्हें भी पूर्व में बनाये गये कर्मचारियो की तरह स्टोर मुंशी बनाया जाए और विभाग द्वारा अपनी मनमर्जी से कई स्टोरमुंशियों की गलत तरीके से की गई स्क्रीनिंग की आढ लेकर मनमाने तरीके से भेदभाव करते हुए अपात्र घोषित किया गया है. विभाग द्वारा बनाये गये स्टोरमुशियो के साथ समानता रखते हुए अपात्र के आदेशों को निरस्त किया जाए.
Reporter: Ashish Chauhan
खबरें और भी हैं...
एक्ट्रेस महालक्ष्मी ने पहला रिश्ता टूटने के बाद इनसे रचाई दूसरी शादी, बोली- मेरी लाइफ तो...
खाना खाकर खेत गए फोटोग्राफर का सुबह पेड़ से लटकता मिला शव, परिजनों को हत्या की आशंका