Jaipur News: गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पथ संचलन निकाला, जो विधानसभा के बाहर से गुजरा. संघ के दीपक विसपुते ने इसे ईश्वरीय कार्य बताया. कार्यक्रम में अनुशासन, एकता और सामाजिक समरसता का संदेश दिया गया. मुख्य अतिथि गौरव शर्मा ने प्रेरक अनुभव साझा किए, नागरिकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया.
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Rajasthan News: गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से पथ संचलन निकाला. संचलन विधानसभा के बाहर से भी होकर गुजरा. संघ के अखिल भारतीय सह बौद्धिक शिक्षण प्रमुख दीपक विसपुते ने कहा कि स्वयंसेवक संघ को ईश्वरीय कार्य मानते है. इसे करते हुए उन्होंने कई बार जलालत, अत्याचार और अपमान तक सहन किया.
संघ की ओर से प्राय विजयदशमी पर पथ संचलन निकालने की परंपरा है, लेकिन रविवार को गणतंत्र दिवस पर भी एकत्रीकरण के दौरान पथ संचलन निकल गया. संघ के मालवीय नगर भाग का एकत्रीकरण और संचालन का कार्यक्रम आयोजित किया. पथ संचलन कार्यक्रम स्थल प्रताप नर्सरी से शुरू होकर कैलाश टॉवर, टोंक रोड, नगर निगम और विधानसभा के सामने से मुख्य मार्गों से होते हुए गुजारा. गणतंत्र महापर्व पर लोकतंत्र का मंदिर समझे जाने वाले विधानसभा के सामने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वमसेवको ने संचलन कर अनुशासन और एकता का संदेश दिया. समारोह में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिकों और महिलाओं की उपस्थिति रही.
इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह बौद्धिक शिक्षण प्रमुख दीपक विसपुते ने कहा कि राष्ट्र और समाज का सर्वांगीण विकास ही संघ का ध्येय है. प्रत्येक स्वयंसेवक का कार्य गुणवत्ता युक्त होना चाहिए. 100 वर्षों की साधना में विभिन्न कार्यों के कारण ही संघ समाज में स्वीकार्यता की दिशा में बढ़ा है. आज हमारा संघ एक विजय यात्रा की ओर अग्रसर होता दिखाई दे रहा है. इस सारी यात्रा का विचार करें तो सबसे बड़ी विशेषता रही संघ की शाखा. संघ की शाखा हमारी कार्य पद्धति है, इसलिए इसके साथ हमने कभी कंप्रोमाइज नहीं किया.
संघ स्वयंसेवकों को 100 वर्ष को अखंड निरंतर साधना
इन 100 वर्षों में संघ की शाखा निरंतर चलती रही, निर्भय चलती रही, अखंड चलती रही, बिना किसी विराम को लिए चलती रही. संघ यात्रा में किसी प्रकार की बाधा को आने नहीं दिया. हमारे संघ शाखा के प्रति स्वयं सेवकों की भक्ति ही प्रमुख आधार है. इसको लेकर डॉक्टर हेडगेवार ने कहा था कि संघ कार्य ईश्वरीय कार्य है. हम इसको छोड़ेंगे नहीं, यह मनोभाव स्वयंसेवकों के मनोभाव जागृत रखा. हालांकि कई बार स्वयं सेवकों ने अपमान जलालत अत्याचार सब सहे. विसपुते ने कहा कि संघ के शताब्दी वर्ष पर पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता, नागरिक कर्तव्य, कुटुंब प्रबोधन और स्वदेशी जागरण जैसे क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए कार्य किया जा रहा है.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, भारत गौरव पुरस्कार विजेता गौरव शर्मा ने अपने माउंट एवरेस्ट अभियान के अनुभव साझा करते हुए कहा कि जो व्यक्ति अपने मन के एवरेस्ट पर विजय प्राप्त कर लेता है, उसके लिए कोई भी बाधा असंभव नहीं रहती. कार्यक्रम के समापन पर मालवीय भाग संघ चालक राम मोहन गर्ग ने उपस्थित नागरिकों और मातृशक्ति का विशेष आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधियां समाज में एकता, अनुशासन और संगठन के महत्व को रेखांकित करती हैं
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