Jaipur News: राजस्थान में 3 फरवरी को शिक्षा विभाग सूर्य नमस्कार का विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी कर रहा है. प्रदेशभर के स्कूलों में लाखों छात्र, शिक्षक और आमजन एक साथ सूर्य नमस्कार करेंगे. क्रीड़ा भारती संस्था का सहयोग रहेगा, और यह आयोजन सूर्य सप्तमी के शुभ अवसर पर होगा.
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Rajasthan News: राजस्थान में शिक्षा विभाग एक नया इतिहास रचने की तैयारी कर रहा है. 3 फरवरी को सुबह 10:15 बजे प्रदेशभर के सभी राजकीय और गैर-राजकीय शिक्षण संस्थानों में एक साथ सूर्य नमस्कार किया जाएगा. यह आयोजन भारतीय परंपरा और योग के महत्व को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया जा रहा है. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इसे एक ऐतिहासिक पहल बताते हुए कहा कि सूर्य नमस्कार न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि मानसिक शांति और आत्मिक ऊर्जा का भी स्रोत है. उन्होंने छात्रों, शिक्षकों और आमजन से इस आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की है.
क्रीड़ा भारती संस्था का विशेष सहयोग
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए क्रीड़ा भारती संस्था को भी शामिल किया गया है. संस्था के योग विशेषज्ञ विभिन्न विद्यालयों में जाकर छात्रों को सूर्य नमस्कार के महत्व और उसकी सही विधि सिखाएंगे. नमस्कारासन, हस्तोत्तानासन सहित अन्य योग क्रियाओं का लाइव प्रदर्शन किया जाएगा, ताकि विद्यार्थी इन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकें. इस पहल का उद्देश्य केवल एक रिकॉर्ड बनाना नहीं, बल्कि योग को छात्रों की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा बनाना भी है.
पिछले रिकॉर्ड को तोड़ने की तैयारी
शिक्षा विभाग ने इस बार पिछले वर्ष के रिकॉर्ड को तोड़ने का लक्ष्य रखा है. 2023 में 78,974 स्कूलों के 1.33 करोड़ छात्रों ने सूर्य नमस्कार कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था. इस वर्ष यह संख्या और अधिक बढ़ाने के लिए जिला एवं ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं.
सूर्य सप्तमी के अवसर पर विशेष आयोजन
इस भव्य आयोजन की खास बात यह है कि इसे सूर्य सप्तमी के शुभ अवसर पर किया जा रहा है. सभी विद्यालयों में सूर्य नमस्कार का अभ्यास होगा और इसकी फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी कर शाला दर्पण एवं पीएसपी पोर्टल पर दोपहर 2 बजे तक अपलोड किया जाएगा. शिक्षा विभाग पहले से ही इस आयोजन की तैयारियों में जुटा हुआ है और छात्रों को नियमित अभ्यास के लिए प्रेरित कर रहा है.
जनभागीदारी से बनेगा विश्व रिकॉर्ड
मंत्री मदन दिलावर ने आमजन से भी इस अभियान का हिस्सा बनने की अपील की है. उन्होंने कहा कि यह केवल शिक्षा विभाग का नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाला आयोजन है. यदि हर नागरिक इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित करता है, तो राजस्थान एक बार फिर विश्व रिकॉर्ड बना सकता है.
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