कार्यवाहक प्रधानाध्यापिका सुमन सिंघल का कहना है कि स्टाफ की कमी को लेकर शासन प्रशासन को कई बार अवगत कराया जा चुका है लेकिन इस समस्या को नजर अंदाज किया जा रहा है.
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Anta: बारां जिले के अंता के संस्कृत स्कूल में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. यहां मात्र 3 अध्यापकों के भरोसे दसवीं तक का स्कूल चल रहा है. ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस स्कूल मे पढ़ने वाले बालकों का क्या हश्र हो रहा होगा?
सभी सुविधाओं से युक्ति इस स्कूल में अध्यापकों के 10 पद स्वीकृत हैं परन्तु प्रधानाध्यापक सहित 6 अध्यापको के पद रिक्त चल रहे हैं. वहीं, एक वरिष्ठ अध्यापक पी एच डी करने के लिए 6 माह से अवकाश पर चल रहा है. ऐसे मे स्कूल में मौजूद सवा दो सौ बालक मात्र 3 अध्यापकों के भरोसे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. यहां पर मुख्य विषय अंग्रेजी, गणित, विज्ञानं, सामाजिक तथा हिंदी के अध्यापकों के पद लम्बे समय से रिक्त चल रहे है. ऐसे मे स्टाफ की कमी के चलते नामांकन में कमी होती जा रही है.
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कार्यवाहक प्रधानाध्यापिका सुमन सिंघल का कहना है कि स्टाफ की कमी को लेकर शासन प्रशासन को कई बार अवगत कराया जा चुका है लेकिन इस समस्या को नजर अंदाज किया जा रहा है.
Reporter- Ram Mehta