MP की रहस्यमयी बावड़ी; जिसका पानी पीते ही भाई- भाई बन जाते थे दुश्मन, जानिए राज
Abhinaw Tripathi
Nov 28, 2024
MP Tourism
मध्य प्रदेश अपने स्वर्णिम इतिहास के लिए जाना जाता है, यहां पर कई ऐतिहासिक चीजे है जिसे देखने के लिए दूर- दूर से लोग आते हैं, ऐसे ही हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसी बावड़ी के बारे में जिसका इतिहास काफी ज्यादा दिलचस्प है. आइए जानते हैं.
श्योपुर जिले में
मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में एक ऐसी बावड़ी है जिसे लेकर कहा जाता है कि यहां का पानी पीने से भाई- भाई दुश्मन बन जाते थे.
मुख्यालय से दूरी
ये बावड़ी जिला मुख्यालय से करीब 20 किमी दूर बसे हीरापुर गांव में मौजूद करीब 250 साल पुरानी गढ़ी (महल) भलेही खंडहर हो गया है.
जुबां पर चर्चा
इस गढ़ी में स्थित एक तांत्रिक बावड़ी आज भी रहस्य बनी हुई है, इस तांत्रिक बावडी के किस्से आज भी लोगों की जुबां पर चर्चा के रूप में बने हुए हैं.
दुश्मन बन जाते थे
लोग बताते है कि इस तांत्रिक बावड़ी का पानी पीने से भाई-भाई का दुश्मन बन जाता था, लड़ाई-झगड़े होने की घटनाएं बढने लगी तो तत्समय के शासक ने इस बावड़ी को बंद करवा दिया.
8 बावड़ियां
ऐसा कहा जाता है कि करीब 250 साल पूर्व राजा गिरधर सिंह गौड़ ने अपने शासनकाल के दौरान हीरापुर गढ़ी में 8 बावड़ियां तैयार करवाई थीं
प्रभाव
ऐसी किंवदंती है कि एक नाराज तांत्रिक ने जादू-टोना कर दिया था, जिसके बाद से इस बावड़ी के पानी का ऐसा प्रभाव हो गया था, यह बावड़ी करीब 100 वर्ग फीट की है और 10 फीट गहरी है
चार-पांच बावड़ियां
आपस में लड़ाई झगड़ा होने की घटनाए बढ़ने पर इस बावड़ी को पटवा दिया गया, लेकिन इस गढी में अभी भी चार-पांच बावड़ियां मौजूद है.
ऐतिहासिक
इसके अलावा भी मध्य प्रदेश में कई ऐसी बावड़ी है जो काफी ज्यादा ऐतिहासिक है.