MP Election 2023: पनौती शब्द को लेकर जमकर सियासत हो रही है. इसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सियासी घमासान मचा हुआ है. हाल ही में दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि,“पनौती” का क्या अर्थ है? मैंने पता लगाया. यह एक नकारात्मक शब्द है. दिग्विजय सिंह के इस पोस्ट पर यूजर्स जमकर कमेंट कर रहे हैं. आइए देखते हैं...
'पनौती' पर सियासत! देखें दिग्विजय सिंह के पोस्ट पर यूजर्स के कमेंट्स.
दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि, “पनौती” का क्या अर्थ है? मैंने पता लगाया. यह एक नकारात्मक शब्द है. जब कोई काम होते-होते रह जाए तो उस इंसान को 'पनौती' कह दिया जाता है. पनौती शब्द का इस्तेमाल उस व्यक्ति के लिए किया जाता है जो अपने आस-पास के लोगों के लिए दुर्भाग्य या बुरी खबर लाता है, इसीलिए इसे नकारात्मक शब्द कहते हैं. विश्व कप प्रारंभ होते ही सोशल मीडिया पर यह शब्द Trend करने लगा. यह किसके लिये कहा गया? स्टेडियम में हज़ारों लोग थे. भाजपा ने मोदी जी को “पनौती” क्यों मान लिया? वे तो उनकी उनकी नज़र में “विश्वगुरु” हैं.
दिग्विजय सिंह के पोस्ट पर एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा- आदरणीय श्री राहुल गांधी जी ने पहले सिर्फ इतना ही बोले थे कि जहां भी कुछ होता है हर जगह मोदी जी पहुंच जाते हैं वर्ल्डकप हो रहा है वहाँ भी पहुंच गए तभी मंच के नीचे से जनता की तरफ से आवाज आई कि “पनौती” है. राहुल जी ने पहले खुद नहीं कहा.
एक अन्य ने लिखा कि, ठीक वैसे से ही जैसे कोई बिना सोचे-समझे कुछ भी बकवास करता हो...प्रत्यक्ष होते हुए भी जिसे समझ न आ रहा हो...और उसके समर्थक भी वैसे ही हो...उसे हम कहते हैं... "मूर्खो का सरदार."
एक यूजर ने तो विविधताओं का अर्थ बताते हुए कहा कि, भारत विविधताओं का देश है यहां पर भाषा तथा खान-पान की विविधतायें हैं. जो देश पर अशुभ है ऐसे व्यक्ति के लिए हमारे हिंदीभाषी क्षेत्रों में अपशकुन या नसुड्ढा शब्द इस्तेमाल होता है. पनौती शब्द यूपी का नहीं है,शायद महाराष्ट्र का है.राहुल गांधी ने पनौती शब्द को राष्ट्रीय स्वरूप दे दिया.
वहीं एक अन्य यूजर ने कमेंट करते हुए कहा कि, बहुत वक्त लगा दिया आपने समझने में , अब तो कुर्सी की भी रेस से दूर हो गये. पनौती को और ज़्यादा क़रीब से महसूस करना हो तो एक बार आईना ज़रूर ध्यान से देखिए.
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