ये कैसा थाना! यहां CM हेल्पलाइन पर शिकायत करने वाले को बनाया जाता है आरोपी! जानिए मामला
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ये कैसा थाना! यहां CM हेल्पलाइन पर शिकायत करने वाले को बनाया जाता है आरोपी! जानिए मामला


mp news: मध्य प्रदेश के रीवा से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां पुलिस ने सीएम हेल्पलाइन में आयी समस्या दूर करने के बजाए शिकायत हटाने के लिए शिकायत करने वाले युवक को ही आरोपी बना देती है. वहीं इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई की बात कही है. 

ये कैसा थाना! यहां CM हेल्पलाइन पर शिकायत करने वाले को बनाया जाता है आरोपी! जानिए मामला

अजय मिश्रा/रीवा: जिले के (Naigarhi Police Station) नईगढ़ी थाना प्रभारी पर ग्रामीणों ने एक बड़ा आरोप लगाया है. ग्रामीणों का आरोप है कि किसी मामले को लेकर जब हम थाने जाते है. तो हमारी सुनवाई नहीं होती और ना ही हमारी शिकायत (Complain) पत्र पर कोई कार्रवाई होती है, इसके साथ ही हम जब वरिष्ठ अधिकारियों के दफ्तर में शिकायत पत्र देते है. तब भी कोई कार्रवाई नहीं होती तो मजबूरन हमें सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) यानी कि 181 का सहारा लेना होता है, ऐसा करने पर थाना प्रभारी फोन पर पहले तो गाली देते है. 

इतना ही नहीं शिकायत बंद करने का दबाव बनाते ना बंद करने पर थाना प्रभारी घर आते है. और शिकायतकर्ता को जबरन उठा कर थाने ले जाते है. जहां पर उनके साथ मारपीट की जाती है, जब तक शिकायत बंद नहीं हो जाती, तब तक उन्हें घर नहीं भेजा जाता है. इतना ही नहीं थाना प्रभारी शिकायतकर्ता पर फर्जी मामला दर्ज कर उनके खिलाफ उल्टा कार्रवाई की है. ऐसा ग्रामीणों ने आरोप लगाया है.

ग्रामीणों ने लगाया आरोप
जिले के नईगढ़ी थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर इन दिनों दबंगई पर उतारू है. सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने वाले लोगों के साथ थाना प्रभारी निराकरण करने के बजाय शिकायतकर्ता के साथ जबरन दबाव बनाकर शिकायत बंद करवा रहे है. खुद के कार्य शैली को अब्बल में लाने का प्रयास कर रहे हैं. थाना प्रभारी पर ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि एक तो थाना प्रभारी शिकायत पत्र देने पर कोई कार्रवाई नहीं करते और अगर हम सीएम हेल्पलाइन का सहारा लेते है. तो हमारे साथ मारपीट और गाली गलौज और जबरन दबाव बनाकर शिकायत बंद करा दी जाती है. ग्रामीणों ने थाना प्रभारी पर उच्च अधिकारियों से कार्यवाही की मांग की है.

शिकायतकर्ता जितेंद्र मिश्रा कि सिर्फ इतनी गलती है कि आस पड़ोस में फल फूल रहे नशे कारोबारियों की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में कर दी. जिस पर थाना प्रभारी ने कई बार प्रयास किया कि शिकायत को बंद कर दिया जाए. लेकिन शिकायतकर्ता ने शिकायत नहीं बंद की तो थाना प्रभारी ने उल्टा जितेंद्र पर ही एनडीपीएस का मामला दर्ज कर दिया. और इनके साथ गांव में जमकर मारपीट की जाती है और फिर थाने ले जाया जाता है. जहां पर शिकायत बंद करने का दबाव बनाया गया.

शिकायतकर्ता रमेश कुमार प्रजापति ने बताया कि उनके पिताजी के साथ मारपीट हुई थी तो इन्होंने थाने में शिकायत पत्र दिया थाना प्रभारी ने शिकायत के आधार पर कोई कार्वाई नहीं की तो रमेश ने मामले को लेकर सीएम हेल्पलाइन में शिकायत कर दी. तो अब दिन-रात रमेश के पास फोन आता है. लेकिन निराकरण करने के बजाय उन पर शिकायत बंद करने का जबरन दबाव बनाया जाता है. साथ कहा जाता है कि शिकायत बंद करो नहीं तो फर्जी मामले में बसाकर दिमाग सही कर देंगे.

वहीं एक और शिकायतकर्ता भगवान दास पटेल ने बताया कि नाली के विवाद में उनके के बहन के साथ मारपीट हुई थी. तो इन्होंने जब थाने में शिकायत पत्र दिया तो इनकी शिकायत पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिसके बाद एसपी ऑफिस पहुंचकर एसपी कार्यालय में भी आवेदन दिया. लेकिन तब भी कोई सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद इन्होंने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत कर दी. इनकी भी पुलिस ने अच्छे से खातेदारी करी, पुलिस निराकरण करने के बजाय घर पहुंची और उन्हें उठाकर थाने लाइन के साथ मारपीट की गई. इसके साथ ही 3 पुलिसकर्मियों ने जमकर मारपीट की है. 

पुलिस अधीक्षक ने कही कार्रवाई की बात
वहीं पूरे मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह का कहना है कि 181 सीएम हेल्पलाइन लोगों के मदद के लिए है. अगर उनके साथ कोई जबर्दस्ती शिकायत बंद कर आता है तो हमें बताएं हम इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे. पुलिस अधीक्षक ने इस पूरे मामले को लेकर जांच कर कार्रवाई की बात कही है.

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