Shani Mantra: शनिवार का दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए विशेष माना जाता है. इस दिन शनिदेव के मंत्रों का जाप करने से शनि दोष और शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव से मुक्ति मिलती है. एस्ट्रोलॉजर डॉ.रुचिका अरोड़ा ने शनिदेव को प्रसन्न करने के कुछ आसान और कारगर मंत्र बताए हैं.
आपको बता दें कि शनिदेव को धन, धर्म, कर्म और न्याय का प्रतीक माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार शनि मंत्र का जाप करने से जीवन में आने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलती है.
(Disclaimer:यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
साढ़ेसाती के प्रभाव से बचने के लिए ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम । उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात । ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।शंयोरभिश्रवन्तु नः। ऊँ शं शनैश्चराय नमः। ऊँ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्। मंत्र का जप करें.
शनिवार के दिन भगवान शनिदेव की पूजा करते समय ॐ शन्नो देवीरभिष्टदापो भवन्तुपीतये मंत्र का जाप करना चाहिए. मान्यता है कि इस मंत्र का जाप करने से परेशानियों से मुक्ति मिलती है.
एक सफल जीवन के लिए अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया। दासोऽयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर।। गतं पापं गतं दु:खं गतं दारिद्रय मेव च। आगता: सुख-संपत्ति पुण्योऽहं तव दर्शनात्।। मंत्र जाप करें.
इस मंत्र का जाप करने के लिए शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और काले कपड़े पहनें. इसके बाद शनि मंदिर में जाकर उन्हें तिल या सरसों का तेल दान करें और मंत्र का जाप शुरू करें.
शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करते समय ॐ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप अवश्य करें. मान्यता है कि इस मंत्र का जाप करने से शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित है. इस दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय किए जाते हैं. शनिदेव की कृपा पाने के लिए उनके मंत्रों का विशेष महत्व है. आइए एस्ट्रोलॉजर डॉ.रुचिका अरोड़ा से जानते हैं उन मंत्रों के बारे में.
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