MP Patwari Exam: मध्य प्रदेश पटवारी परीक्षा के जारी हुए रिजल्ट में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. इसे लेकर अब MP PCC चीफ कमलनाथ ने शिवराज सरकार को जमकर घेरा है. नाथ ने घोटाला करना शिवराज सरकार का चरित्र बताया है.
Trending Photos
भोपाल/आकाश द्विवेदी: मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल की ओर से आयोजित पटवारी परीक्षा का परीणाम जारी होने के बाद अब उसे लेकर सवाल उठने लगे हैं. आरोप हैं कि रिज्लट में बड़ा घोटाला हुआ है. कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के बाद अब MP PCC चीफ कमलनाथ ने इस मामले पर शिवराज सरकार को घेरा है. उन्होंने घोटाला करना शिवराज सरकार का चरित्र बताया है. कमलनाथ के अलावा विधानसभा नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने इस मामले पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है.
कमलनाथ ने घेरा
MP PCC चीफ कमलनाथ ने ट्वीट किया- प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के समाचार सामने आ रहे हैं. कई टॉपर एक ही सेंटर पर परीक्षा देकर सफल हुए बताए जा रहे हैं. एक बार फिर फर्जीवाड़े के तार बीजेपी से जुड़े दिख रहे हैं.व्यापाम, नर्सिंग, आरक्षक भर्ती, कृषि विस्तार अधिकारी और ऐसी ही कितनी ही भर्ती परीक्षाओं ने अंत में घोटाले का रूप लिया है. नौकरी देने के नाम पर भर्ती घोटाला करना शिवराज जी की सरकार का चरित्र बन गया ह.। इनसे तो जांच की मांग करना भी बेकार है क्योंकि हमेशा बड़ी मछलियों को बचा लिया जाता है. मेरी मांग है कि कोई स्वतंत्र एजेंसी मामले की जांच करे और उन लाखों बेरोजगारों के साथ न्याय करे जो इन प्रतियोगी और भर्ती परीक्षाओं में शामिल होते हैं. मध्य प्रदेश अब भ्रष्टराज से मुक्ति चाहता है.
प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के समाचार सामने आ रहे हैं। कई टॉपर एक ही सेंटर पर परीक्षा देकर सफल हुए बताए जा रहे हैं। एक बार फिर फ़र्ज़ीवाडे के तार बीजेपी से जुड़े दिख रहे हैं।
व्यापाम, नर्सिंग, आरक्षक भर्ती, कृषि विस्तार अधिकारी और ऐसी ही कितनी ही…
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 12, 2023
नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने लिखा पत्र
इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह राजपूत ने CM शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है. इस मामले में उन्होंने पटवारी परीक्षा की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. साथ ही रिजल्ट को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि रिजल्ट देखकर ऐसा लगता है बड़ी गड़बड़ी हुई है. 10 में 7 टॉपर कैसे NRI कॉलेज सेंटर के हो सकते हैं. हिंदी में साइन करने वालों के 25 में से 25 कैसे आए.NRI कॉलेज में जिन अभ्यर्थियों का सेंटर आया उनमें 1 हजार स्टूडेंट सिलेक्ट हुए.