ग्वालियर जू में बड़ा हादसा! टाइगर केज की दीवार धड़ाम से गिरी, बाल-बाल बचा 'लव'
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ग्वालियर जू में बड़ा हादसा! टाइगर केज की दीवार धड़ाम से गिरी, बाल-बाल बचा 'लव'

MP News: भारी बारिश के चलते ग्वालियर चिड़ियाघर में  टाइगर केज की बाहरी दीवार गिर गई. घटना के बाद चिड़ियाघर में अफरा-तफरी मच गई. जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस वक्त टाइगर लव वहां मौजूद था. फिलहाल दीवार की मरम्मत होने तक सभी बाघों को केज के अंदर ही रखा जाएगा.

 

ग्वालियर जू  में बड़ा हादसा! टाइगर केज की दीवार धड़ाम से गिरी, बाल-बाल बचा 'लव'

Gwalior Zoo Accident: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में गांधी प्राणी उद्यान चिड़ियाघर में एक बड़े हादसे की खबर सामने आई है. भारी बारिश के कारण टाइगर केज के बाहर बनी पर्यटक गैलरी की दीवार गिर गई. यह हादसा उस समय हुआ जब टाइगर 'लव' बाड़े में घूम रहा था. गनीमत रही कि बाघ सुरक्षित है. दीवार की मरम्मत का काम जल्द ही शुरू किया जाएगा. फिलहाल दीवार की मरम्मत होने तक सभी बाघों को पिंजरे के अंदर ही रखा जाएगा.

बाल-बाल बचा टाइगर 'लव' 
यह घटना शनिवार शाम को चिड़ियाघर बंद होने से ठीक पहले हुई. आपको बता दें कि टाइगर के खुले बाड़े की बाहरी दीवार अचानक गिर गई. जैसे ही चिड़ियाघर प्रबंधन को इस घटना की जानकारी मिली उन्होंने तुरंत चिड़ियाघर को खाली करा दिया. उस समय खुले बाड़े में मौजूद टाइगर लव को सुरक्षित एक छोटे पिंजरे में बंद कर दिया गया. बाहरी दीवार गिरने के बाद सुरक्षा के लिए तुरंत बैरिकेडिंग कर दी गई.

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अन्य बाहरी दीवारों की जांच
गनीमत रही कि दीवार किसी बाघ पर नहीं गिरी. क्योंकि बाघ अक्सर दीवार के निचले हिस्से के पास ही टहलते रहते हैं. फिलहाल जब तक दीवार की मरम्मत नहीं हो जाती, तब तक सभी बाघों को खुले बाड़े में नहीं लाया जाएगा. चिड़ियाघर के अन्य जानवरों जैसे तेंदुआ, शेर, भालू और अन्य जानवरों के खुले बाड़ों की बाहरी दीवारों की भी जांच की जाएगी. ताकि भविष्य में ऐसा हादसा दोबारा न हो.

ग्वालियर चिड़ियाघर में  12 टाइगर्स 
बता दें कि ग्वालियर चिड़ियाघर इसलिए खास है क्योंकि यह देश का एकमात्र चिड़ियाघर है जहां सफल प्रजनन के बाद बाघों की संख्या 12 हो गई है, जिसमें पांच सफेद और सात पीले रॉयल बंगाल टाइगर शामिल हैं. ग्वालियर चिड़ियाघर की स्थापना 1922 में राजघराने के सदस्य माधो राव सिंधिया ने की थी. इसे गांधी चिड़ियाघर कहा जाता है और यह दरअसल फूल बाग नामक एक बड़े बगीचे का हिस्सा है. इस चिड़ियाघर में जानवरों की कई दुर्लभ प्रजातियां पाई जाती हैं.

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सफेद बाघ जैसी दुर्लभ प्रजातियां देखी जा सकती हैं
ग्वालियर चिड़ियाघर परिवार के साथ घूमने के लिए एक मजेदार जगह है, खासकर बच्चों के लिए. यह उन लोगों के लिए भी एक बेहतरीन जगह है जो शहर में वन्यजीवों को देखना चाहते हैं. क्योंकि यहां सफेद बाघ जैसी दुर्लभ और संरक्षित प्रजातियां भी मौजूद हैं. ग्वालियर चिड़ियाघर में कई अद्भुत जानवर हैं. इन्हें देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं.

पिकनिक स्पॉट है ये जू 
यहां आपको बाघ, मगरमच्छ, सांप, लकड़बग्घा, शुतुरमुर्ग, दरियाई घोड़ा, शेर, चित्तीदार और काले हिरण, सांभर, बंदर आदि जानवर देखने को मिलेंगे. बच्चों के लिए यह किसी पिकनिक स्पॉट से कम नहीं है. आप यहां आकर इन जानवरों के बारे में भी जान सकते हैं.

रिपोर्ट- करतार सिंह राजपूत

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