भगवान बने नॉमिनी और खाते में आ गए लाखों, जानिए अनोखी भक्ति की कहानी!
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भगवान बने नॉमिनी और खाते में आ गए लाखों, जानिए अनोखी भक्ति की कहानी!

Gwalior News: ग्वालियर की महिला भक्त माधुरी सक्सेना ने अपनी बीमा पॉलिसी में भगवान अचलेश्वर महादेव को नामिनी बनाया. उनके निधन के बाद मंदिर प्रबंधन को 7 लाख 42 हजार 982 रुपये की बीमा राशि प्राप्त हुई. यह राशि माधुरी सक्सेना की स्मृति को स्थायी बनाने के लिए उपयोग की जाएगी.

Gwalior News in Hindi

Gwalior News in Hindi: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक महिला भक्त ने बीमा पॉलिसी में अचलेश्वर महादेव को नामिनी बनाया था. पॉलिसी मैच्योर होने के बाद मंदिर प्रबंधन को इसकी जानकारी मिली. एलआईसी एजेंट ने मंदिर प्रबंधन को यह सूचना दी, जिससे लाखों रुपये मंदिर प्रबंधन के खाते में आए. महिला भक्त का वर्ष 2022 में निधन हो चुका है. ग्वालियर की माधुरी सक्सेना, जो कि एक पेंशनर थीं, ने अपनी बीमा पॉलिसी में किसी रिश्तेदार की बजाय भगवान अचलेश्वर महादेव को नामिनी बनाया था. वर्ष 2022 में उनके निधन के बाद, बीमा सलाहकार सुषमा बंसल ने मंदिर प्रबंधन को इसकी जानकारी दी. मंदिर प्रबंधन ने बीमा कंपनी से क्लेम किया और बुधवार की शाम को 7 लाख 42 हजार 982 रुपये की राशि मंदिर के खाते में स्थानांतरित हो गई. इस अनोखी श्रद्धा के प्रतीक रूप में मंदिर प्रबंधन इस धनराशि का उपयोग माधुरी सक्सेना की स्मृति को स्थायी बनाने के लिए करेगा.

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यूनिक इंश्योरेंस नॉमिनी केस
ग्वालियर में भगवान अचलेश्वर महादेव की भक्त माधुरी सक्सेना ने अपनी बीमा पॉलिसी में किसी नजदीकी नाते-रिश्तेदार की बजाय अपने आराध्य (अचलेश्वर महादेव सार्वजनिक न्यास) को नामिनी बनाया था. इस अनूठे मामले में भक्त के परलोक गमन के बाद बीमा राशि 7 लाख 42 हजार 982 रुपये न्यास के खाते में आ गए हैं. दरअसल, पीपल वाली गली थोराठ की गोठ, लोहिया बाजार में रहने वाली माधुरी सक्सेना का निधन 19 मार्च 2022 को हो गया. उन्होंने 28 मार्च 2017 को बीमा सलाहकार सुषमा बंसल की मदद से पेंशन पॉलिसी ली. श्रद्धालु महिला के नजदीकी रिश्तेदार तो थे, किंतु कोई संतान नहीं थी. इसलिए उन्होंने बीमा पॉलिसी में नामिनी के स्थान पर भगवान अचलेश्वर महादेव न्यास अंकित कर भगवान अचलेश्वर महादेव को अपना नामिनी बना दिया.

बीमा राशि का स्थानांतरण और उपयोग
माधुरी सक्सेना की मौत के बाद, उनकी बीमा सलाहकार सुषमा बंसल ने मंदिर संचालन समिति को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद मंदिर संचालन समिति ने बीमा राशि के लिए बीमा कंपनी से क्लेम किया. बुधवार की शाम को 7 लाख 42 हजार 982 रुपये की राशि न्यास के खाते में ट्रांसफर हो गई. मंदिर संचालन समिति का कहना है कि इस राशि का उपयोग माधुरी सक्सेना की स्मृति को स्थायी बनाने के लिए किया जाएगा.

रिपोर्ट: करतार सिंह राजपूत (ग्वालियर)

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