Madhya Pradesh Crime News: बीजेपी विधायक सरला रावत के भतीजे-भतीजी से अज्ञात व्यक्ति ने नौकरी दिलाने के नाम पर 70 हजार रुपए ठग लिए. ठगी का शिकार हुए अजय और कामिनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. प्रारंभिक जांच में पता चला कि ठग ने यूपी के सीतापुर से कॉल किया था. पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है.
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Gwalior Crime News: आज के समय में ठगी के मामले बहुत ही बढ़ गए हैं. मध्य प्रदेश की बात करें तो यहां पर भी ठगी के अक्सर मामले सामने आते रहते हैं और ठगों के हौसले अब इतने ज्यादा बुलंद हैं कि उन्होंने विधायक के परिजनों को भी नहीं छोड़ा. मध्य प्रदेश में बीजेपी विधायक सरला रावत के भतीजे अजय रावत और भतीजी कामिनी रावत से नौकरी दिलाने के नाम पर 70 हजार रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. अज्ञात व्यक्ति ने बैंक अधिकारी बनकर विधायक से उनके परिजनों के मोबाइल नंबर लिए और नौकरी के झांसे में आकर अजय से 45 हजार और कामिनी से 25 हजार रुपए ठग लिए.
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बता दें कि जब अजय और कामिनी ने इस बारे में विधायक को जानकारी दी, तो उन्हें संदेह हुआ और उन्होंने मोबाइल नंबर की पड़ताल की. पता चला कि नंबर किसी ठग का है, न कि एसबीआई के मैनेजर का. पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद प्रारंभिक जांच में मोबाइल नंबर यूपी के सीतापुर का निकला. पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए सीतापुर जाएगी.
जानिए पूरा मामला?
दरअसल, सबलगढ़ से बीजेपी विधायक सरला रावत के भतीजे और भतीजी से ठगी हुई. अज्ञात व्यक्ति ने नौकरी लगवाने के नाम पर ठगे 70 हजार रुपए. अज्ञात व्यक्ति का कॉल बीजेपी विधायक के मोबाइल पर 4 फरवरी को आया था. विधायक के पीएसओ ने कॉल रिसीव किया था. विधायक के कहने पर पीएसओ ने भतीजे अजय रावत और भतीजी कामिनी रावत के मोबाइल नंबर दिए थे. भतीजा और भतीजी ग्वालियर में बेलगढ़ा थाना क्षेत्र के मस्तूरा गांव में रहते हैं.
बता दें कि कामिनी, अजय के ताऊ की लड़की है. कॉल करने वाले ने खुद को एसबीआई सबलगढ़ का अधिकारी बताया था. बैंक में दो पद खाली होने का झांसा दिया था. जिस नंबर से विधायक को उसी नंबर से कॉल किया था. अज्ञात व्यक्ति ने उनके भतीजे और भतीजी को कॉल किया था. अजय और कामिनी से पहले नौकरी के दस्तावेज लिए . बाद में भतीजे से 45 हजार और भतीजी से 25 हजार रुपए ट्रांसफर कराए. जिसके बाद भतीजे और भतीजी ने रुपए देने की जानकारी विधायक सरला रावत को दी. संदेह होने पर विधायक ने अपने स्तर पर नंबर की जानकारी ली. फिर पता चला नंबर एसबीआई के मैनेजर का नहीं ठग का है.
पुलिस जांच और आरोपी की तलाश
ठगी का शिकार हुए अजय ने की पुलिस से शिकायत की है. पुलिस ने अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया है. प्रारंभिक पड़ताल में मोबाइल नंबर यूपी के सीतापुर का निकला. बता दें कि मामले में आरोपी को पकड़ने बेलगढ़ा थाना पुलिस की टीम सीतापुर जल्दी जाएगी .
रिपोर्ट: करतार सिंह राजपूत (ग्वालियर)