CG Temple: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिला में कई मंदिर हैं और यहां हर मंदिरों की अपनी एक धार्मिक कहानी होती है, जिसे आप यहां के स्थानीय लोग या मंदिर के पुजारी से जरूर सुनेंगे. हम जिस मंदिर की बात कर रहे हैं उसकी कहानी भी बड़ी दिलचस्प है. दरअसल, इस मंदिर में एक बार भोलेनाथ स्वयं प्रकट हुए थे और भोलेनाथ को चढ़ाया गया दूध हर बार यहां से गायब हो जाता है. इसकी वजह से इस मंदिर को यहां के स्थानीय लोग चमत्कारी मंदिर के नाम से बुलाते हैं.
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिला के आदिवासी क्षेत्र महरानीपुर में एक अद्भुत और चमत्कारी मंदिर स्थित है. मंदिर की खास बात तो ये है कि इस मंदिर का निर्माण एक ही रात में हुआ था.
मंदिर से जुड़ी एक बात सभी को आश्चर्य करती है कि वैसे तो इस मंदिर में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है लेकिन पास में ही एक ऐसा मंदिर है जहां बताते हैं कि यहां भोलेनाथ का शिवलिंग स्वयं प्रकट हुआ था. हर रोज नागदेव का आकार बढ़ता जा रहा है.
मंदिर की कहानी यहीं खत्म नहीं होती. पुजारी बताते हैं कि अगर आप मंदिर में दूध की कटोरी रखकर सात बार परिक्रमा करते हैं तो दूध गायब हो जाता है. इतना ही नहीं. यहां स्थित शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने की आवश्यकता नहीं होती. शिवलिंग के ऊपर ही एक बेल का पेड़ है जो भोलेनाथ पर छाया करता है.
इन्हीं सब कारणों की वजह से इसे चमत्कारी मंदिर के नाम से बुलाया जाता है. महरानीपुर गांव के लोग बताते हैं कि भगवान भोलेनाथ और मां दुर्गा की उनपर अपरंपार आशीर्वाद बनी रहता है. किसी भी शुभ काम को शुरू करने से पहले मंदिर के दर्शन करते हैं. तब जाकर उनका कार्य सफल होता है.
ये चमत्कारी मंदिर, देउर मंदिर के नाम से भी प्रसिद्ध है. महाशिवरात्रि के मौके पर इस मंदिर में भक्तों की खूब भीड़ होती है. जहां भक्त अपनी श्रद्धा के साथ मंदिर में पूजा-पाठ करने आते हैं. महाशिवरात्रि के उपलक्ष में गांव में मेले का भी आयोजन किया जाता है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़