Bond Policy के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों को बड़ा झटका,RDA ने खत्म की हड़ताल
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1466823

Bond Policy के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों को बड़ा झटका,RDA ने खत्म की हड़ताल

रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) लंबे समय से बॉन्ड पॉलिसी को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों के समर्थन में हड़ताल कर थे, लेकिन गुरुवार को RDA ने हड़ताल खत्म कर काम पर लौटने का ऐलान किया है. 

Bond Policy के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों को बड़ा झटका,RDA  ने खत्म की हड़ताल

राज टाकिया/रोहतक: हरियाणा के रोहतक में बॉन्ड पॉलिसी को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को बड़ा झटका लगा है.छात्रों का समर्थन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने गुरुवार देर रात अपनी हड़ताल खत्म कर दी है और वापस काम पर लौटने का फैसला किया है.  

30 नवंबर को हुई बैठक
30 नवंबर को हरियाणा निवास में CM मनोहर लाल और MBBS छात्रों के बीच दोपबर 3 बजे से रात 8 बजे तक बैठक चली, जिसमें पॉलिसी के सभी बिंदुओं पर मंथन के बाद कुछ बदलाव किए गए. 40 लाख की बॉन्ड पॉलिसी को घटाकर 30 लाख कर दिया गया, साथ ही इसकी अवधि को 7 साल से कम करके 5 साल किया गया.छात्राओं के लिए 10% की और छूट दी गई है. 

ये भी पढ़ें- बॉन्ड पॉलिसी में बदलाव के बाद भी जारी है MBBS छात्रों का प्रदर्शन, कहा- पहले ड्राफ्ट तैयार करे सरकार

बैठक के बाद दुविधा में छात्र
CM मनोहर लाल से बैठक के बाद सरकार की तरफ से दावा किया गया कि छात्रों द्वारा उनकी बात मान ली गई है, लेकिन इस विषय पर छात्रों में आपस में मतभेद नजर आया. कुछ छात्र बॉन्ड पॉलिसी को पूरी तरह से खत्म करने की मांग कर रहे थे, तो वहीं कुछ बदलाव से सहमत नजर आए. 

छात्रों और RDA के बीच भी स्थितियां स्पष्ट नहीं
CM मनोहर लाल से बैठक के बाद गुरुवार को दिनभर छात्रों की बैठक का दौर चलता रहा, जिसके बाद देर शाम रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने हड़ताल को खत्म कर वापस काम पर लौटने का फैसला किया है. RDA के इस फैसले के बाद प्रदर्शन कर रहे छात्रों को बड़ा झटका लगा है.RDA द्वारा लंबे समय से छात्रों के समर्थन पर पेन डाउन हड़ताल और फिर हड़ताल की जा रही थी.  

fallback

 

छात्र इन मांगो को लेकर कर रहे प्रदर्शन
-MBBS की डिग्री पूरी होने के 2 महीने के अंदर सभी को नौकरी दी जाए. 
-बॉन्ड की अवधि एक साल की हो. 
-बॉन्ड को तोड़ने वालों के लिए राशि 20 लाख रुपये हो
-पढ़ाई के बाद नौकरी नहीं मिलने पर छात्रों को बॉन्ड से मुक्त किया जाए.