मंदिर को थाईलैंड के ऑर्किड के द्वारा बेंगलुरु के गुलाब और कोलकाता के गेंदा के फूलों और फलों से सजाया जाएगा. रात में इलेक्ट्रिक के द्वारा भगवान कृष्ण की लीलाओं को दर्शाया गया है जिसे भक्त देख सकेंगे. कृष्ण की लीलाओं पर आधारित झांकियां का अद्भुत नजारा भी भक्तों को देखने मिलेगा.
मंदिर को थाईलैंड के ऑर्किड के द्वारा बेंगलुरु के गुलाब और कोलकाता के गेंदा के फूलों और फलों से सजाया जाएगा. रात में इलेक्ट्रिक के द्वारा भगवान कृष्ण की लीलाओं को दर्शाया गया है जिसे भक्त देख सकेंगे. कृष्ण की लीलाओं पर आधारित झांकियां का अद्भुत नजारा भी भक्तों को देखने मिलेगा.
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भक्तों की संख्या में इजाफा देखने को मिलेगा और अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार कृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान राधा पार्थसारथी की दर्शन के लिए 4 से 5 लाख श्रद्धालु मंदिर पहुंचेंगे, जिसको देखते हुए सुरक्षा का भी पुख्ता इंतजाम किया गया है.
दिल्ली पुलिस के 400 जवान तो वही मंदिर के 500 वॉलिंटियर्स 200 सीसीटीवी कैमरे, तीन फायर की गाड़ी और 6 एम्बुलेंस के साथ डॉक्टर की टीम रहेगी. वहीं 100 चिकित्सा बूथ बनाए गए हैं जो कि भक्तों की सुरक्षा में लगाए गए हैं.
26 अगस्त को सुबह 4:30 बजे मंगल आरती होगी 7:15 बजे दर्शन आरती होगी और दिनभर भक्तों के दर्शन के लिए कपाट खुले रहेंगे तो वही रात्रि को 9:30 बजे गेट 5 के भव्य पंडाल में महाभिषेक होगा. 11:30 बजे 108 प्रकार की व्यंजनों का भोग लगेगा और साथ 108 प्रकार के केक भी कृष्ण के जन्मदिवस पर उनको अर्पण किया जाएगा. ठीक 12:00 जन्म के समय महाआरती की जाएगी सुबह से ही हरे कृष्ण महामंत्र का कीर्तन चलता रहेगा और भक्तों को ठंडाई और फल वितरित किए जाएंगे.