यात्री इस स्मार्ट लॉकर का उपयोग करने के लिए सबसे पहले लॉकर पर दी गई डिजिटल स्क्रीन पर अपनी जानकारी दर्ज कर एक अकाउंट बनाना होगा. इसके बाद, वे अपनी आवश्यकता के अनुसार लॉकर को रेंट पर ले सकते हैं. यह प्रक्रिया सरल और उपयोगकर्ता के अनुकूल है, जिससे सभी उम्र के लोग इसका लाभ उठा सकते हैं. स्टेशनों पर यात्रियों की जरूरतों के अनुसार तीन आकार के लॉकर उपलब्ध हैं: स्माल, मीडियम, और लार्ज - एक्स्ट्रा लार्ज. यात्री अपनी आवश्यकता के अनुसार इन विकल्पों में से कोई भी चुन सकते हैं. इसके अलावा, लॉकर बुक करने के लिए एक से छह घंटे तक की अवधि का विकल्प भी दिया गया है. यह लचीलापन यात्रियों को उनकी यात्रा की योजना के अनुसार सुविधा का चयन करने में मदद करता है.
यात्री इस सुविधा के लिए यूपीआई के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं. स्मॉल लॉकर के लिए 20 रुपये प्रति घंटा, मीडियम के लिए 30 रुपये प्रति घंटा, और लार्ज - एक्स्ट्रा लार्ज के लिए 40 रुपये प्रति घंटा का शुल्क है. भुगतान करने के बाद, लॉकर बुक हो जाएगा और उपभोक्ता को एक एक्सेस कोड मिलेगा, जिसका उपयोग वे लॉकर को खोलने और बंद करने के लिए कर सकते हैं. यदि किसी यात्री का सामान लॉकर बुकिंग समय से अधिक समय तक रहता है, तो उन्हें अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना होगा. यह शुल्क लॉकर के आकार के अनुसार प्रति घंटा निर्धारित किया जाएगा. इस तरह की व्यवस्था यात्रियों को समय प्रबंधन में मदद करती है और उन्हें अतिरिक्त शुल्क से बचने के लिए समय पर अपने सामान को निकालने के लिए प्रेरित करती है.
जल्द ही, इस लॉकर को बुक करने की सुविधा नमो भारत कनेक्ट ऐप पर भी उपलब्ध होगी. इस ऐप में रेंट ए लॉकर का विकल्प होगा, जिससे यात्री आसानी से लॉकर बुक कर सकेंगे. यात्रियों को ऐप में लॉकर की बुकिंग के लिए स्टेशन का नाम, तारीख, और लॉकर का आकार चुनना होगा. यह सुविधा डिजिटल युग में यात्रियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकसित की गई है. नमो भारत ट्रेन के यात्रियों के लिए एक नई सुविधा शुरू की जा रही है, जिसमें लॉकर में सामान रखने के लिए एक एक्सेस कोड दिया जाएगा. यह कोड यात्रियों को सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रदान किया जाएगा, ताकि कोई अन्य व्यक्ति लॉकर को न खोल सके. यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और सामान की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए उठाया गया है.
यह एक्सेस कोड केवल एक बार लॉकर खोलने और बंद करने के लिए उपयोग किया जा सकेगा. इसका मतलब है कि यात्रियों को एक बार कोड प्राप्त होगा, जिसे वे अपने सामान को सुरक्षित रखने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. इस प्रक्रिया से लॉकर का उपयोग करना और भी सुरक्षित और सुविधाजनक हो जाएगा. यात्री अब इस लॉकर का उपयोग ई-कॉमर्स पार्सल मंगाने के लिए भी कर सकेंगे. यदि किसी यात्री को ई-कॉमर्स पार्सल मंगाना है, तो उन्हें अपना एक्सेस कोड और फोन नंबर डिलीवरी पर्सन को बताना होगा. यह सुविधा यात्रियों को अपनी यात्रा के दौरान सामान की चिंता से मुक्त करने में मदद करेगी.
जब डिलीवरी पर्सन स्टेशन में पहुंचेगा, तो उसे पार्सल सिक्योरिटी चेक के बाद नमो भारत स्टेशन के कस्टमर केयर बूथ पर डिलीवरी की जानकारी देनी होगी. इसके बाद, उसे लॉकर में सामान रखने की अनुमति दी जाएगी. यह प्रक्रिया पार्सल की सुरक्षा को सुनिश्चित करती है. नमो भारत ट्रेन दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम तक की दूरी केवल एक घंटे से भी कम समय में तय करेगी. यह सुविधा यात्रियों के लिए यात्रा को और भी सुविधाजनक बनाती है, खासकर उन लोगों के लिए जो सामान के साथ यात्रा करते हैं. एनसीआरटीसी नमो भारत स्टेशनों पर स्मार्ट लॉकर की सुविधा उपलब्ध कराने की योजना पर काम कर रहा है. जल्द ही यह सुविधा अन्य स्टेशनों जैसे डीपीएस राजनगर, दुहाई, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ, मोदी नगर नॉर्थ और मेरठ साउथ पर भी उपलब्ध होगी. नमो भारत कॉरिडॉर के 55 किमी परिचालित सेक्शन में अभी 11 स्टेशन परिचालित हैं, जिसमें न्यू अशोक नगर और मेरठ साउथ शामिल हैं. यह ट्रेन यात्रियों को तेज गति से सेवा प्रदान कर रही है। इस नई लॉकर सुविधा के साथ, यात्रियों को यात्रा के दौरान और भी अधिक सुविधा मिलेगी.