Panipat Fire News: पानीपत की एक फैक्ट्री में आग लगने से पूरी इमारत गिर गई. आग पर काबू पाने के लिए मौके पर तीन जिलों के दमकल विभाग की गाड़ियां मौजूद थी. दमकल विभाग से एनओसी का सर्टिफिकेट नहीं होने के बाद भी अत्यधिक ज्वलनशील युक्त दो औद्योगिक इकाइयां चल रही थी.
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Panipat Fire News: पानीपत बबेल नाका चौक के पास देर रात केमिकल फैक्ट्री में भयंकर आग लग गई. आग इतनी भयंकर थी की औद्योगिक इकाई की पूरी इमारत ध्वस्त हो गई. आग को नियंत्रित करने के लिए तो तीन जिलों की दमकल विभाग ने गाड़ियां मंगवाई. दमकल विभाग के आधिकारिक व कर्मचारियों ने फैक्ट्री में सो रहे मजदूरों की जान बचाई. इस आग से दमकल विभाग का लाखों रुपये खर्चा हो गया. औद्योगिक इकाई में प्रयोग किए जाने वाला केमिकल अत्यधिक ज्वलनशील था.
दमकल विभाग से एनओसी का सर्टिफिकेट नहीं होने के बावजूद एक जगह पर अत्यधिक ज्वलनशील युक्त दो औद्योगिक इकाइयां चल रही थी. दमकल विभाग के अधिकारी गुरमेल सिंह ने बताया कि करीब रात 8 बजे बबेल नाका चौक पर आग लगने की सूचना मिली थी. एक ही स्थान पर हनी इंटरप्राइजेज व रोयल स्टार नाम से फैक्ट्री थी जो जूट बनाने व पॉलिएस्टर का काम करती हैं. अधिकारी ने बताया कि यह औद्योगिक इकाई अत्यधिक ज्वलनशील थी. फैक्ट्री में जूट बनाने के लिए खतरनाक केमिकल का प्रयोग होता था.
गुरमेल सिंह ने जानकारी दी कि फैक्ट्री में केमिकल के ड्रम अधिक मात्रा में रखे हुए थे, जिसके कारण इस तरह से आग लग रही थी डर्मो में ब्लास्ट हो रहे थे. भयंकर आग के कारण पूरी इमारत ढह गई है. अधिकारी ने जानकारी दी कि एनएफएल, लाल बत्ती, हाली पार्क, थर्मल, एनएफएल, रिफानरी, सेक्टर 25, घरौंदा, करनाल, समालखा व सोनीपत से फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को मंगवाया गया था. उन्होंने बताया कि यह औद्योगिक इकाई तंग गली में थी और बिना एनओसी के चल रही थी.
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गुरमेल सिंह ने बताया कि इस भयंकर आग में जहां हमारे अधिकारी भी बाल-बाल बचे. वहीं, फैक्ट्री में सो रहे मजदूरों को भी समय से बाहर निकाल कर जान बचाई गई. अधिकारी ने बताया कि जिला चिकित्सा अधिकारी को घटना की जानकारी दी गई, जिसके बाद सीएमओ ने ततकाल से 3 से 4 एम्बुलेंस भिजवाई. इसके घटनास्थल के आसपास की अनेक औद्योगिक इकाइयों को आग की चपेट में आने से बचाया गया. केमिकल में आग लगने से जो धुआं उठ रहा था उसे दुर्गंध इतनी अधिक थी कि सांस लेने में भी दिक्कत आ रही थी.
अधिकारी ने कहा कि इस प्रकार से अत्यधिक ज्वलनशील औद्योगिक इकाइयां शहर से बाहर होनी चाहिए. गलियां भिड़ी होने की वजह से विभाग की गाड़िया मुश्किल से घटनास्थल पर पहुंच रही थी. उन्होंने बताया कि 17 से 25 गाड़ियां आग बुझाने में लगी हुई थी. गुरमेल सिंह ने जानकारी दी कि आग पर तो नियंत्रण कर लिया गया, लेकिन केमिकल अधिक होने के कारण उसके नीचे रखा पॉलिएस्टर अभी भी जल रहा है. उन्होंने बताया कि विभाग का इस आग को बुझाने में लाखों रुपया खर्च हो गया है.
दमकल विभाग के अधिकारी ने बताया कि इतनी भयंकर आग लगने के बाद फैक्ट्री मालिक का कुछ अता-पता नहीं है. उन्होंने बताया कि फिलहाल अभी कोई आपात की स्थिति नहीं है, लेकिन एक अनुमान के अनुसार आग का तांडव देखकर करोड़ों रुपये के नुकसान होने की संभावना हो सकती है.
(इनपुटः राकेश भयाना)