पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पटाखों को लेकर हो रही राजनीति पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा कि लोगों की जिंदगी बचाना हमारी प्राथमिकता है. SC के फैसले के बाद अब इस पर डिबेट नहीं होनी चाहिए. हमारा धर्म इतना कमजोर नहीं है.
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नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में पटाखों के बैन होने के बाद से लगातार राजनीति की जा रही है, जिस पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की प्रतिक्रिया सामने आई है. गोपाल राय ने कहा कि हमारा धर्म इतना कमजोर नहीं है और सरकार सिर्फ SC के आदेश का पालन कर रही है. दरअसल दिल्ली में पटाखे बैन होने के बाद से लगातार उसे हिंदू धर्म से जोड़कर राजनीति की जा रही है.
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पटाखों को लेकर हो रही राजनीति पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सभी दिल्लीवालों से अपील है कि दिल्ली के अंदर, जो प्रदूषण होता है उसमें अंदर और बाहर दोनों का प्रदूषण होता है. बाहर का प्रदूषण रोकना दिल्ली वालों के हाथ में नहीं है लेकिन दिल्ली के अंदर का प्रदूषण रोकने का संकल्प लेना होगा. हमें हर मोर्चे पर प्रदूषण कम करने के लिए लड़ना है. हम सब प्रयास करेंगे तो दिल्ली के प्रदूषण को कम करने में सफलता मिलेगी. मैं हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि अपने हिस्से के प्रदूषण को कम करने का संकल्प लीजिए. हम सब को यह तय करना है कि हम प्रदूषण बढ़ाने वालों की कतार में हैं या प्रदूषण कम करने वालों की लाइन में.
गोपाल राय ने कहा राजनीति करने वालों को राजनीति मुबारक हो हमें दिल्ली की हवा को साफ करना है और हमें उम्मीद है कि सब दिल्ली वाले मिलकर प्रयास करेंगे. लोगों की जिंदगी बचाना हमारी प्राथमिकता है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब इस पर डिबेट नहीं होनी चाहिए. सब लोग इस बात को समझते हैं कि झूठी बात नहीं है कि दिवाली के अगले दिन आंखें जलती है सांस लेने में तकलीफ होती है. जो लोग यह बात कह रहे हैं क्या जब हमारे पुरखों ने दिवाली मनाई थी तब पटाखे नहीं थे. हमारा धर्म इतना कमजोर नहीं है, हमारे धर्म की बुनियाद बहुमूल्य मान्यताओं पर रखी गई है. हर धर्म की प्राथमिकता यही होनी चाहिए.
दिवाली पर पटाखे बैन करने के बाद बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी. इसमें दिवाली पर पटाखे जलाने को लेकर निर्देश जारी करने की अपील की गई थी. जिसपर SC ने जल्द सुनवाई से इनकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 'लोगों को सांस लेने दें. जश्न मनाने के और भी तरीके हैं. मिठाई पर पैसा खर्च करें'.