Arvind Kejriwal Net Worth: अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को नई दिल्ली विधानसभा सीट से अपना नामांकन भरा. उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में कुल संपत्ति 1.73 करोड़ रुपये बताई है. हलफनामे के मुताबिक, केजरीवाल के बैंक खाते में 2.96 लाख रुपये हैं और उनके पास 50,000 रुपये नकद हैं. उनकी अचल संपत्ति की कुल कीमत 1.7 करोड़ रुपये है.
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नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार फिर अपनी सादगी और संपत्ति को लेकर चर्चा में हैं. नई दिल्ली विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल करते हुए केजरीवाल ने अपनी कुल संपत्ति 1.73 करोड़ रुपये घोषित की है. खास बात यह है कि उन्होंने हलफनामे में बताया है कि न तो उनके पास कोई खुद का घर है और न ही कोई गाड़ी. यह चुनावी हलफनामा उनकी व्यक्तिगत छवि को लेकर नई बहस को जन्म दे रहा है, जहां उनके समर्थक इसे 'सादगी और ईमानदारी' का प्रतीक मान रहे हैं, वहीं विपक्ष इसे एक 'राजनीतिक छवि' बताकर सवाल उठा रहा है.
कुल संपत्ति में गिरावट या रणनीति?
केजरीवाल के हलफनामे के मुताबिक उनकी कुल चल संपत्ति 2.96 लाख रुपये बैंक बैलेंस और 50,000 रुपये नकद के रूप में है. उनकी अचल संपत्ति की कुल कीमत 1.7 करोड़ रुपये है. दिलचस्प बात यह है कि 2020 के चुनावी हलफनामे में उन्होंने 3.4 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी, जो अब घटकर 1.73 करोड़ रुपये हो गई है. यह गिरावट राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है.
पत्नी सुनीता केजरीवाल की बढ़ती संपत्ति
अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल जो एक पूर्व आईआरएस अधिकारी हैं और उनकी संपत्ति उनसे कहीं अधिक है. हलफनामे के अनुसार सुनीता के पास 2.5 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति है, जिसमें 1 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 1.5 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है. इनमें गुरुग्राम में एक घर और एक छोटी कार भी है.
विपक्ष के सवाल और राजनीतिक बहस
केजरीवाल के हलफनामे को लेकर विपक्ष ने उन पर निशाना साधा है. भाजपा ने सवाल उठाते हुए कहा है कि यह 'सादगी का दिखावा' है और यह जनता की सहानुभूति पाने की कोशिश है. कांग्रेस ने भी इसे एक 'राजनीतिक हथकंडा' करार दिया है.
सादगी बनाम संपत्ति का चुनावी मुद्दा
अरविंद केजरीवाल की सादगी उनकी राजनीति का अहम हिस्सा रही है. आम आदमी पार्टी ने हमेशा ईमानदारी, पारदर्शिता और भ्रष्टाचार विरोध को अपने चुनावी एजेंडे में रखा है. हालांकि, विपक्ष इसे छवि बनाने का एक जरिया मान रहा है.
संपत्ति के आंकड़े और जनता की राय
केजरीवाल और उनकी पत्नी की कुल संपत्ति 4.23 करोड़ रुपये है. यह आंकड़ा 2015 के चुनावी हलफनामे से दोगुना है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता इस चुनाव में सादगी और संपत्ति के इस मुद्दे को किस नजरिए से देखती है. यह चुनाव केवल नीतियों और विकास कार्यों पर नहीं, बल्कि छवि और विश्वसनीयता पर भी एक महत्वपूर्ण लड़ाई होगी.
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