Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा का चुनाव है धर्म युद्ध, कौरवों और पांडवों के छिड़ेगी महाभारत- अरविंद केजरीवाल
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Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा का चुनाव है धर्म युद्ध, कौरवों और पांडवों के छिड़ेगी महाभारत- अरविंद केजरीवाल

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चांदनी चौक और नई दिल्ली के सभी मंडल प्रभारियों के साथ संवाद किया.

Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा का चुनाव है धर्म युद्ध, कौरवों और पांडवों के छिड़ेगी महाभारत- अरविंद केजरीवाल

Delhi Assembly Election 2025: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चांदनी चौक और नई दिल्ली के सभी मंडल प्रभारियों के साथ संवाद किया. इस दौरान उन्होंने मंडल प्रभारियों को दिल्ली की सभी 70 सीटों को जीतने का मंत्र देते हुए चुनाव की तैयारियों में जी-जान से जुटने आह्वान किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा का चुनाव एक धर्म युद्ध है. उनके पास कौरवों की तरह अथाह पैसा और पावर है, जबकि हमारे साथ पांडवों की तरह भगवान और जनता हैं. 

उन्होंने कहा कि हम दिल्ली की जनता को मुफ्त की छह रेवड़ी बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, तीर्थ यात्रा और महिलाओं को बस यात्रा दे रहे हैं. भाजपा को हर कीमत पर दिल्ली की सत्ता इसलिए चाहिए, क्योंकि वह जनता को मिल रही इन रेवड़ियों को बंद करना चाहती है. इस दौरान वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, राष्ट्रीय महासचिव संगठन डॉ. संदीप पाठक, दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. 

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सदियों पहले कौरवों और पांडवों के बीच कुरुक्षेत्र में एक धर्म युद्ध हुआ था. कौरवों के पास अथाह शक्ति, सेना और पैसा था. पांडवों के पास सिर्फ श्रीकृष्ण भगवान थे, उनके पास और कुछ नहीं था. हमारे पास भी भगवान हैं. आज कमोबेश वही स्थिति दिल्ली के अंदर है. आने वाला विधानसभा चुनाव एक तरह से धर्मयुद्ध है. भगवान हमारे साथ है. उन्होंने कहा कि हमें इस बात का संकेत तीन दिन पहले मिला, जब मेयर का चुनाव हुआ. मेयर के चुनाव में इन्होंने पूरी तैयारी कर रखी थी. पूरा चक्रव्यूह रचकर आए थे. हमारे पार्षदों को तोड़ने के लिए इन्होंने पता नहीं क्या-क्या किया था. मुझे भाजपा का एक व्यक्ति ने बताया कि इन्हें मेयर का चुनाव जीतने का पूरा आत्मविश्वास था. आखिरी वोट की काउंटिंग तक इनके सबसे बड़े नेता सदन में बैठे रहे. इंतजार करते रहे कि अब नतीजे आएंगे. इनकी सिविक सेंटर से भाजपा हेडक्वार्टर तक रैली निकालने की तैयारी थी कि सारा का सारा सदन उठकर एक साथ जाएगा. यह भी तैयारी थी कि प्रधानमंत्री भाषण देने आएंगे और ट्वीट करेंगे. इस चुनाव को इन्होंने बहुत बड़ा बनाने की कोशिश की थी कि बस अब दिल्ली जीत गए, लेकिन श्रीकृष्ण अपने साथ थे. उन्होंने पता नहीं क्या सुदर्शन चक्र चलाया कि तीन वोट से हम जीत गए. इससे यह साबित होता है कि वो इतने अथाह शक्तिशाली, अथाह पैसे वाले और रिसोर्सेज वाले हैं. हम तो कुछ भी नहीं हैं. हम तो बहुत छोटे हैं. एक चौथाई स्टेट में पार्टी है, एक फुल स्टेट में पार्टी है. हम उनके सामने बहुत छोटी पार्टी हैं, लेकिन ऊपर वाला हमारे साथ हैं. यह हमारी सबसे बड़ी ताकत है.  

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अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये मेयर चुनाव की हार के बाद बुरी तरह से तिलमिला गए हैं, पागल हो गए हैं. जिस तरह से पिछले कुछ दिनों में इनके बड़े-बड़े नेता पार्टी छोड़कर हमारी पार्टी में शामिल हो रहे हैं. दस दिन पहले एक नेता ने छोड़ा, ब्रह्म सिंह तंवर आए. फिर बीबी त्यागी आए और आज अनिल झा आ गए. ये उससे और ज्यादा बौखला गए हैं. तो इस चुनाव में ये हमें हराने के लिए कुछ भी करेंगे. हमें सबका दिल जीतना है. अगर कोई हमारे में निकाले तो उसे भरोसा दे कि हम इस कमी को ठीक करेंगे. हम लोगों को एक और मौका चाहिए. कई काम किए, लेकिन कई काम रह भी गए. उन्होंने कहा कि मेरा सपना है कि एक दिन दिल्ली के दो करोड़ लोग आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता हो. कोई भाजपा वाला नहीं होगा. एक दिन हम दिल्ली में भाजपा के भी सारे नेताओं को अपनी पार्टी में ले आएंगे. 

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जनता जानती है कि हमने दिल्ली में कितने काम किए हैं. मोटे तौर पर हमने दिल्ली की जनता को फ्री की 6 रेवड़ी दी हैं. हमने पैसा चोरी नहीं की, भ्रष्टाचार नहीं किया. ये लोग सारा पैसे घर ले जाते हैं. हम भाजपा से दो चीजें पूछ रहे हैं. पहला, जो 6 रेवड़ियां हमने दिल्ली में दीं, आपकी 20 राज्यों में सरकार है. कोई एक राज्य बता दो, जहां इन 6 में से एक भी रेवड़ी दी हो. हमने दिल्ली में 24 घंटे बिजली कर दी। इनवर्टर और जनरेटर की जरूरत नहीं है. हमारे से पहले 2014 और उससे पहले 10-10 घंटे के पावर कट लगते थे. भाजपा शासित उत्तर प्रदेश समेत किसी भी राज्य में पता कर सकते हैं. वहां 8-10 घंटे के पावर कट लगते हैं. दिल्ली की जनता से यह पूछना है कि क्या आपको दिल्ली का यूपी, बिहार जैसा हाल चाहिए? क्योंकि इनको 24 घंटे बिजली देनी नहीं आती. यह सिर्फ हमको ही आती है। हम इंजीनियर हैं. ये लोग तो आधे अनपढ़ हैं. जो काम ये 20 राज्यों में नहीं कर पाए. गुजरात में 30 साल बाद भी ये लोग 24 घंटे बिजली नहीं दे पाए, तो दिल्ली में कैसे देंगे? 

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये लोग बहुत महंगी बिजली दे रहे हैं. अकेला दिल्ली और पंजाब है जहां बिजली के बिल जीरो आते हैं. इनके 20 राज्यों में कहीं बिजली के बिल जीरो नहीं आते. हमें जनता को बताना है कि भाजपा शासित यूपी, बिहार, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश में बिजली के बिल जीरो नहीं आते. अगर आपने इन्हें वोट दे दिया तो पावर कट भी लगने चालू हो जाएंगे और हजारों रुपए के बिजली के बिल भी आने चालू हो जाएंगे. 

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अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज लोगों के बच्चे दिल्ली के अच्छे सरकारी स्कूल में पढ़ रहे हैं. हमारे जैसे स्कूल इनकी किसी भी 20 राज्यों में नहीं हैं. अगर जनता ने इन्हें वोट दे दिया तो ये हमारे स्कूलों का भी बेड़ा गर्क कर देंगे. हमारे मोहल्ला क्लीनिक और अस्पतालों का बेड़ा गर्क कर देंगे. लोगों को जो भी फ्री दवाइयां और फ्री इलाज मिल रहा है उसका बेड़ा गर्क कर देंगे. देश में अकेले दिल्ली में महिलाओं की बस यात्रा फ्री है. 20 राज्यों में कहीं फ्री नहीं है. ये इसे भी खत्म कर देंगे. हमने पानी के बिल जीरो कर दिए, लेकिन इन्होंने मेरे पीछे से कई हजार के बिल कर दिए. दिल्ली के लोग पानी का बढ़ा बिल न भरें. हमारी सरकार दोबारा आएगी और हम सारे बिल माफ कर देंगे. बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, तीर्थ यात्रा और महिलाओं की मुफ्त बस यात्रा, ये वो 6 रेवड़ियां हैं जो हम दे रहे हैं. ये लोग नहीं दे रहे हैं. इनकी मंशा नहीं है. इनको ये सारे काम बंद करने के लिए दिल्ली की सत्ता चाहिए. इनको काम करने के लिए सत्ता नहीं चाहिए. 

अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली की सभी 70 सीटों पर केजरीवाल चुनाव लड़ रहा है. सभी को मेरे चेहरे की तरफ देखना है. मैं सभी को एक गारंटी दे सकता हूं कि मैं अपने किसी रिश्तेदार, जान-पहचान वाले या दोस्त को टिकट नहीं दूंगा. कोई भाई-भतीजावाद नहीं होगा. मैं काम देखूंगा, उसके जीतने के चांस देखूंगा. यह देखूंगा कि जनता उसके बारे में क्या कह रही है. ये सारी चीजें देखने के बाद पार्टी जो भी निर्णय लेगी, हमें उसके साथ खड़ा होना है.

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