Farmer Protest: सिंधु बॉर्डर पर जवानों को मिले निर्देश, आक्रामकता का जवाब आक्रामकता से दें, जानें पूरा अपडेट
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Farmer Protest: सिंधु बॉर्डर पर जवानों को मिले निर्देश, आक्रामकता का जवाब आक्रामकता से दें, जानें पूरा अपडेट

Farmer Protest Update: दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने सिंधु बॉर्डर पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों को लाउडस्पीकर पर दिए स्पष्ट निर्देश कि अगर यहां पर पहुंचते हैं और आक्रामक होते हैं, तो जवानों को बिलकुल भी डीफेंसिव नहीं होना है. बल्कि उनकी आक्रामकता का जवाब आक्रामकता से ही देना है. आंसू गैस के गोले से लेकर लाठीचार्ज तक के जितने भी विकल्प हैं उनका जवानों को इस्तेमाल करना है.

Farmer Protest: सिंधु बॉर्डर पर जवानों को मिले निर्देश, आक्रामकता का जवाब आक्रामकता से दें, जानें पूरा अपडेट

Haryana Farmer Protest: कुरुक्षेत्र के नेशनल हाईवे 44 शाहाबाद मारकंडा में प्रशासन द्वारा मारकंडा पुल पर बैरिकेड लगाए. कंक्रीट के बड़े-बड़े पत्थरों से रास्तों को रोकने के लिए लगा दिए गए हैं. ऐसा इसलिए किया गया है कि अगर शंभू बॉर्डर किसान पार करते हैं तो उनको शाहाबाद रोका जा सके. इसको लेकर कुरुक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह व डीसी शांतनु शर्मा मौके का जायजा कर रहे हैं.

कुरुक्षेत्र के नेशनल हाईवे 44 शाहाबाद मारकंडा में बड़े-बड़े कंक्रीट की स्लैब बनाई गई है कि उसको पर ना कर सके. निगरानी रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन जैसी चीजों से भी ध्यान रखा गया है. पुलिस व मिलिट्री की कई कंपनियां खड़ी कर दी गई है कैनन वाटर की गाड़ियां भी तैयार किए हुए हैं की किसान नाका का तोड़कर आगे ना बढ़ जाए इसको देखते हुए शाहाबाद में पूरी तैयारी कुरुक्षेत्र पुलिस ने कर ली है.

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वहीं बता दें कि अंबाला के शंभू बॉर्डर पर तनाव को देखते हुए दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने सिंधु बॉर्डर पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों को लाउडस्पीकर पर दिए स्पष्ट निर्देश. कहा गया कि प्रदर्शनकारी अगर यहां पर पहुंचते हैं और आक्रामक होते हैं, तो जवानों को बिलकुल भी डीफेंसिव नहीं होना है. बल्कि उनकी अक्रामकता का जवाब आक्रामकता से ही देना है.

साथ ही सुरक्षाकर्मियों को दिए गए निर्देश में कहा गया कि इसके अलावा पूरी तरह मुस्तैद रहना है, जिससे प्रदर्शनकारी ना ही बैरिकेडिंग तोड़ पाएं और ना ही बैरिकेडिंग के पास से निकल पाएं. साथ ही कहा कि आंसू गैस के गोले से लेकर लाठीचार्ज तक के जितने भी विकल्प हैं उनका जवानों को इस्तेमाल करना है.

Input: दर्शन कैत, शिवांक मिश्रा

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