मेयर की रेस में AAP की इन 3 दिग्गज पार्षदों का नाम, जानें कैसे होगा चुनाव
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मेयर की रेस में AAP की इन 3 दिग्गज पार्षदों का नाम, जानें कैसे होगा चुनाव

Delhi AAP Mayor Candidate: राजनीतिक गलियारों में 'AAP' में संभावित मेयर उम्मीदवारों को लेकर प्रोमिला गुप्ता, सारिका चौधरी, निर्मला कुमारी और प्रियंका गौतम के नाम की चर्चा है. 

 

मेयर की रेस में AAP की इन 3 दिग्गज पार्षदों का नाम, जानें कैसे होगा चुनाव

नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम चुनाव 2022 (MCD Election 2022) के नतीजे घोषित हो चुके हैं. दिल्ली की कुल 250 निगम सीटों में से 134 सीटों पर आम आदमी पार्टी (AAP) को जीत मिली है. वहीं, BJP ने 104 सीटों पर जीत हासिल की है. इसके अलावा 9 सीटों पर कांग्रेस और 3 पर अन्य की जीत हुई है. अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि दिल्ली का अगला मेयर कौन होगा? 

दिल्ली नगर निगम चुनाव के नतीजों के बाद अब मेयर को लेकर जंग तेज हो गई है. हार के बाद भी BJP अपना मेयर बनाने का दावा कर रही है, तो वहीं निगम चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बन कर निकली आम आदमी पार्टी  मेयर पद को लेकर आश्वस्त है.

नियम के मुताबिक MCD की पहली मेयर महिला होगी इसलिए  'AAP' की महिला पार्षदों के नाम पर सबसे ज्यादा चर्चा है. महिला उम्मीदवारों से जुड़े आंकड़ों पर नजर डालें, तो आप ने 140 महिला उम्मीदवार उतारे थे, जिसमे से 75 उम्मीदवार चुनाव जीत कर आई हैं. इन्ही 75 में से एक महिला पार्षद दिल्ली नगर निगम में मेयर बनेगी.

ये भी पढ़ें- MCD में मेयर बनने के क्या हैं नियम, क्यों पार्षद के अवाला सांसद भी करते हैं यहां वोट?

 

राजनीतिक गलियारों में 'AAP' में संभावित मेयर उम्मीदवारों को लेकर इन नामो की चर्चा गर्म है-

-दिल्ली महिला आयोग की सदस्य रहीं प्रोमिला गुप्ता और सारिका चौधरी
-महिला इकाई की प्रदेश संयोजक निर्मला कुमारी
-आम आदमी पार्टी की एसटी/एससी विंग की उपाध्यक्ष प्रियंका गौतम का नाम चर्चा में है

कैसे होगा दिल्ली के मेयर का चुनाव?
नगर निगम के 5 साल के कार्यकाल में एक नहीं बल्कि 5 मेयर होंगे यानि हर साल एक नया मेयर होता है. पहले साल मेयर का पद महिला के लिये रिज़र्व होता है, दूसरा साल जनरल के लिए, जबकि तीसरा साल फिर मेयर का पद किसी अनुसूचित जाति सीट से जीते पार्षद के नाम होता है. बचे हुए दो साल जनरल सीट पर दो अलग-अलग मेयर होंगे.

चुनाव के नतीजे आने के बाद जब सदन की पहली बैठक होती है, तब मेयर के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होती है. ये बैठक नगर निगम कमिश्नर द्वारा बुलायी जाएगी. इसके बाद चुने गए पार्षदों में से कुछ पार्षद मेयर पद के लिए नामांकन करते हैं और फिर पार्षद ही मेयर का चुनाव करते हैं. दिल्ली नगर निगम एक्ट के अनुसार, हर साल अप्रैल में पहली बैठक में नया मेयर और डिप्टी मेयर चुना जाता है.

मेयर के चुनाव के लिये दिल्ली विधानसभा स्पीकर द्वारा 14 विधायक मनोनीत किए जायेंगे, जो मेयर चुनाव के लिये वोट करेंगे और साथ ही दिल्ली के सभी 10 सासंदों के पास भी इस चुनाव में वोट करने का अधिकार होगा.  

नगर निगम के एकीकरण और परिसीमन के बाद इस बार चुनाव देरी से हुये हैं और हर साल अप्रैल में पहली बैठक होती है. मेयर के चुनाव में जो पहली महिला मेयर होंगी उनका कार्यकाल करीब 3 महीने का ही रहेगा. 

मेयर के चुनाव की इस पूरी प्रक्रिया में थोड़ा वक्त लग सकता है. इस बात की आशंका से भी इंकार नही किया जा सकता कि मेयर चुनाव को लेकर मामला टल भी सकता है. ऐसी भी संभावना है कि दिल्ली की नई सत्ता का पहला मेयर अप्रैल महीने में मिले.  

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