बिहार के अररिया में खेत में बने पुल की तरह अब बेतिया से भी एक पुल की तस्वीर सामने आई है, जो भ्रष्टाचार की गवाही दे रहा है. बिहार में बने पुल पुलिया में घोटाले का सबूत दे रहे है. ये सबकुछ तब सामने आया है. जब जी मीडिया ने पुल पुलिया का मुहीम शुरू किया.
बिहार के अररिया में खेत में बने पुल की तरह अब बेतिया से भी एक पुल की तस्वीर सामने आई है, जो भ्रष्टाचार की गवाही दे रहा है. बिहार में बने पुल पुलिया में घोटाले का सबूत दे रहे है. ये सबकुछ तब सामने आया है. जब जी मीडिया ने पुल पुलिया का मुहीम शुरू किया. अब परत दर परत पुल पुलिया में हुए घोटाला सामने आने लगा है.
बेतिया के योगापट्टी के बलुआ भवानीपुर पंचायत के कोलापुर कुट्टी बजार में बना पुल है. यह पुल दस साल पहले ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा खेतों में बना दिया गया है.
ना गांव में आने जाने की यहां सड़क है और ना ही पुल का कोई ऐपोर्च पथ किसी गांव को जोड़ता है. इस पुल से आज तक किसी वाहन का आना जाना नहीं हुआ है.
पुल जर्जर हो गया है. इसका उद्घाटन भी नहीं हो पाया है. आखिर यह पुल किसलिए बनाया गया आज तक किसी को समझ में नहीं आया है. अब मानों यह पुल खुद ग्रामीण कार्य विभाग से सवाल कर रहा है क्यों हमें बनाया गया है?
ग्रामीण विनोद चौधरी बीरेंद्र प्रसाद बताते है कि यह पुल दस साल पहले बनाया गया था. इसका कोई एप्रोच पथ नहीं है. यह खेत में बना दिया गया है. इससे आज तक आवागमन नहीं है. सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए कि यह पुल क्यों बनाया गया?
रिपोर्ट: धनंजय द्विवेदी
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