पटना: पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक रामसूरत राय ने सीएम नीतीश कुमार के अधिकारियों पर 24 करोड़ के कॉफर डैम टेंडर में भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाया है. राय का कहना है कि कॉफर डैम बनाने के मानकों को पूरा नहीं करने के कारण यह 45 दिन के अंदर ही टूट गया. रुन्नी सैदपुर अनुमंडल के जेई और चीफ इंजीनियर पर आरोप लगाते हुए राय ने कहा कि 38 करोड़ रुपए की सरकारी राशि के बावजूद जमीन पर केवल 38 लाख का काम भी नहीं हुआ है. उन्होंने यह मुद्दा विधानसभा में उठाने का वादा किया और सुनवाई न होने पर हाई कोर्ट में पीआईएल दायर करने की चेतावनी दी. राय के अनुसार, डैम टूटने के बाद रिपेयरिंग के लिए 4 करोड़ रुपए और पायलट चैनल के तहत नदी उराही और मिट्टी कैरेज के लिए 10 करोड़ रुपए आवंटित किए गए, लेकिन काम में लापरवाही और भ्रष्टाचार बरकरार रहा.