Hazaribagh: हर्षोल्लास के साथ मनाया गया विनोबा भावे विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस, छात्रों को मिली नए पाठ्यक्रम की जानकारी
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Hazaribagh: हर्षोल्लास के साथ मनाया गया विनोबा भावे विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस, छात्रों को मिली नए पाठ्यक्रम की जानकारी

हजारीबाग में आज 17 सितंबर के दिन विनोबा भावे विश्वविद्यालय का 31वां स्थापना दिवस मनाया गया. विनोबा भावे विश्वविद्यालय, झारखंड, एक शिक्षण एवं संवर्धन के राज्य विश्वविद्यालय,17 सितंबर 1992 के रूप में राँची विश्वविद्यालय के विभाजन के बाद अस्तित्व में आया था.

(फाइल फोटो)

Hazaribagh: झारखंड के हजारीबाग में आज 17 सितंबर के दिन विनोबा भावे विश्वविद्यालय का 31वां स्थापना दिवस मनाया गया. विनोबा भावे विश्वविद्यालय, झारखंड, एक शिक्षण एवं संवर्धन के राज्य विश्वविद्यालय,17 सितंबर 1992 के रूप में राँची विश्वविद्यालय के विभाजन के बाद अस्तित्व में आया था. वहीं, इस मौके पर विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर मुकुल नारायण देव, कुलसचिव प्रोफेसर वीरेंद्र गुप्ता एवं प्रॉक्टर मिथिलेश सिंह कार्यक्रम में शामिल रहे. जिसमें सभी ने विश्वविद्यालय द्वारा छात्र हित में किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया.

मनाया गया स्थापना दिवस
17 सितंबर के दिन विनोबा भावे विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस मनाया गया. इसको लेकर मुख्य अतिथि के रूप में  विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर मुकुल नारायण देव, कुलसचिव प्रोफेसर वीरेंद्र गुप्ता एवं प्रॉक्टर मिथिलेश सिंह कार्यक्रम में शामिल रहे. जिसमें उन्होंने स्थापना और विकास के बारे में बात की. कुलपति डॉ मुकुल नारायण देव ने बताया कि साल 2022 से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग और साइबर सिक्योरिटी की पढ़ाई शुरू की जाएगी. जो कि बेहतरीन उपलब्धियों में से एक है.  

नए सत्र का पाठ्यक्रम हुआ शुरू
उन्होंने बताया कि साइबर डिफेंस पाठ्यक्रम की पढ़ाई को भी 17 सितंबर से शुरू करवाया जा रहा है.  मौजूदा सत्र 2020 के आलोक में नए पाठ्यक्रम के साथ पढ़ाई शुरू करा दी गई है. इसके अलावा 15 सितंबर से ही स्नातक व स्नातकोत्तर के नए सत्र का पाठ्यक्रम शुरू हो गया है. उन्होंने आगे बताया कि दिव्यांगों के लिए विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से उनके घर के लिए ई रिक्शा सेवा का शुभारंभ किया जाएगा.

1993 से 2010 तक डिजिटल डिग्री होगी उपलब्ध
विद्यार्थियों के लिए निशुल्क बस सेवा अक्टूबर महीने के मध्य से शुरू होगी. उन्होंने बताया कि 2011 से अद्यतन की डिग्रियां अंक पत्रों का डिजिटाइजेशन हो चुका है और जल्द ही 1993 से लेकर 2010 तक की डिग्री डिजिटल में उपलब्ध होगी.  स्टडी सेंटर के भवन निर्माण का कार्य पूरा होने जा रहा है.  जनजातीय ,संस्कृति साहित्य समाज के अध्ययन अध्यापन का कार्य भी जल्द ही शुरू होगा. प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए मुफ्त कोचिंग की व्यवस्था करवाई जाएगी.  सभी विभागों के वेतन भोगी के रूप में विश्वविद्यालय कॉलेज के कारण शिक्षक और कर्मचारियों के मानदेय पारिश्रमिक में 25% की वृद्धि की गई है. सामान्य तथा वोकेशनल सभी प्रकार के पाठ्यक्रमों में स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर पर ऑनलाइन नामांकन के कार्य पूरी की जा रही है. फ्रूट गार्डन की स्थापना भी जल्द होगी वही फिशरीज की पढ़ाई भी शुरू होगी.

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