धीरेंद्र शास्त्री पर हमला करते हुए जगदानंद सिंह ने कहा कि ऐसे बाबा लोग ही देश को शिक्षित नहीं होने दे रहे हैं. इन लोगों ने लोगों को मूर्ख बनाने का तरीका बना दिया है.
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Dhirendra Shastri Row: पटना में चल रही बागेश्वर सरकार यानी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमत कथा में हर रोज लाखों लोग पहुंच रहे हैं, वहीं दूसरी ओर लालू की पार्टी राजद के नेता इसपर अलग राय रखते हैं. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम की तुलना मदारी के खेल से कर दी. धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम में उमड़ती भीड़ पर जगदानंद सिंह कहा कि भीड़ तो मदारी भी जुटा लेते हैं.
राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि गांव में मदारी आता है तो उसे देखने वालों की भीड़ लग जाती है. मदारी लोगों को मूर्ख बना देता है. कभी आदमी को चिड़िया और चिड़िया को आदमी बना देता है. कोई मदारी तो चादर ओढ़कर आदमी का सिर धर से अलग कर देता है, जो सर्जन भी नहीं कर पाता है. फिर उसे जोड़ देता है और लोग उसे देखकर ताज्जुब करते हैं, लेकिन वह सभी को धोखा दे देता है और मूर्ख बनाकर चला जाता है. यही हाल धीरेंद्र शास्त्री का है.
'आडवाणी की तरह बंद कर देना चाहिए'
बाबा बागेश्वर के हिंदू राष्ट्र वाले बयान पर नाराजगी जताते हुए जगदानंद सिंह ने कहा कि इसे भी आडवाणी की तरह बंद कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि संविधान के खिलाफ बोलने वाले को मैं देश का दुश्मन मानता हूं. उन्होंने आगे कहा कि विघटनकारी ताकतें इसे समर्थन कर रही हैं और बढ़ावा दे रही हैं. राजद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भारत बहुजातीय, बहुधार्मिक और बहु सांस्कृतिक देश है. ऐसे लोग देश को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं. जगदानंद सिंह ने कहा कि ऐसे बाबा लोग ही देश को शिक्षित नहीं होने दे रहे हैं. इन लोगों ने लोगों को मूर्ख बनाने का तरीका बना दिया है.
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तेज प्रताप बोले- बाबा को नहीं जानता
उधर लालू यादव के बड़े बेटे और बिहार सरकार में मंत्री तेज प्रताप यादव ने एक बार फिर से धीरेंद्र शास्त्री पर हमला किया है. धीरेंद्र शास्त्री से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि ये कार्यक्रम पूरी तरह से राजनीतिक था. बाबा बिहार में आए और कर्नाटक में बीजेपी को हरवा दिया. उन्होंने आगे कहा कि मैं देवरहा बाबा को छोड़कर किसी भी बाबा को नहीं जानता हूं. बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री के विरोध का बिगुल सबसे पहले तेज प्रताप ने ही फूंका था. उन्होंने बाबा के कार्यक्रम को नहीं होने देने की धमकी दी थी.