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पटना: दिल्ली में नई संसद भवन के उद्घाटन से पहले ही विपक्ष की तरफ से विरोध के सुर उभर आए. दरअसल विपक्ष इस बात को लेकर विरोध कर रहा है कि इस भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के द्वारा कराया जाना चाहिए ना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भवन का उद्घाटन करें. अब इसी को लेकर बिहार में भी सियासी घमासान तेज हो गई है. बता दें कि बाहिर में जदयू, राजद समेत तमाम विपक्षी दल इस समारोह का विरोध करने और इसमें शामिल नहीं होने को लेकर बयान दे रहे हैं. ऐसे में बिहार के सियासी दलों द्वारा इस समारोह का विरोध करने पर भाजपा की तरफ से भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है.
भाजपा ने इसको लेकर साफ कहा कि लगता है नीतीश कुमार और उनकी पार्टी अपनी सारी बातें भूल गए हैं. इसको लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने साफ कहा कि नीतीश कुमार यह विरोध क्यों कर रहे हैं. एक तरफ तो वह संसद के नए भवन का पीएम नरेंदेर मोदी के द्वारा उद्घाटन का विरोध कर रहे हैं लेकिन उनके द्वारा उद्घाटन कर लगाए गए उनके शिलापट्ट जिनपर उनका नाम अंकित है उससे उन्हें कोई दिक्कत नहीं है.
सम्राट चौधरी ने कहा कि अब बिहार भाजपा की तरफ से यह निर्णय लिया गया है कि बिहार भाजपा के सभी विधानसभा सदस्य और विधान परिषद के सदस्य भी नीतीश कुमार के उस शिलापट्टा का विरोध करेंगे जो विधान सभा के विस्तारित भवन में लगा हुआ है. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को सभी भाजपा सदस्य जो दोनों सदनों में हैं वह उस शिलापट्ट क पास जाएंगे और नीतीश कुमार को इस बात का एहसास दिलाएंगे कि वह दोहरी मानसिकता के तहत दिल्ली में बने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं.
सम्राट चौधरी ने साफ कहा कि ये वहीं लोग हैं जो पटना में उद्घाटन करते हैं और दिल्ली में विरोध दर्ज कराते हैं. सम्राट ने नीतीश पर हमला करते हुए कहा कि आपने जो पटना में उद्घाटन का शिलापट्ट लगवाया उसे तुड़वा दीजिए. सीएम पर हमला बोलते हुए सम्राट ने कहा कि उनकी आदत है कि आधे काम में ही वह उद्घाटन कर देते हैं. बिहार विधान सभा के विस्तारित भवन का दो बार शिलान्यास हो चुका है लेकिन अभी तक उसका उद्घाटन नहीं हुआ है.
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बता दें कि इसके पहले जदयू के नेता और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मीडिया के सामने कहा था कि नए संसद भवन के उद्घाटन में राष्ट्रपति को बुलाना चाहिए था. यह इतिहास बदलने की कोशिश हो रही है. ऐसे में हम लोगों ने इसका बहिष्कार किया है.हम संसद भवन के उद्घाटन में नहीं जा रहे हैं. उन्होंने सवाल उठाया था कि इसका उद्घाटन करनेवाले प्रधानमंत्री कौन होते हैं? इसके बाद जब मीडिया ने पूछा कि सम्राट चौधरी तो कह रहे हैं कि बिहार विधानसभा में भी नीतीश कुमार के नाम के कई शिलापट्ट लगे हैं तो ललन सिंह भड़क गए और कहा कि जो सम्राट चौधरी कहेंगे वहीं कानून नहीं है. इसके बाद सुशील मोदी के सवाल पर ललन सिंह ने अटपटा जवाब देते हुए कहा कि जब सरकार बदलेगी तो नए संसद भवन में कोई दूसरा काम होगा.