I.N.D.I.A की बैठक से नीतीश कुमार ने बनाई दूरी, क्या बीमारी है मजबूरी या कुछ और ही कहानी?
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I.N.D.I.A की बैठक से नीतीश कुमार ने बनाई दूरी, क्या बीमारी है मजबूरी या कुछ और ही कहानी?

Bihar News: बिहार के सीएम नीतीश कुमार कुछ दिनों से बीमार चल रहे हैं. माना जा रहा है कि इस वजह से वह इंडिया की बैठक में शामिल नहीं होंगे

बिहार की खबरें (File Photo)

Bihar News: मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी के हाथों चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन की बैठक बुलाई है. वहीं, अब इस बैठक से धीरे-धीरे कई बड़े नेता दूरी बना रहे हैं. बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी इस बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे. जदयू के एक वरिष्ठ सदस्य ने 5 दिसंबर, 2023 दिन मंगलवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 6 दिसंबर, 2023 दिन बुधवार की विपक्षी इंडिया गुट की बैठक में शामिल नहीं होने की संभावना है. इसके पीछे की वजह नीतीश कुमार का बीमार होना बताया जा रहा है. अब सवाल उठता है कि जो नीतीश कुमार पूरे देश में घूम-धूमकर सभी दलों को एक साथ ले आए, अब ऐसा क्या हो गया कि उन्होंने खुद दूरी बना ली?  

दरअसल, बिहार के सीएम नीतीश कुमार कुछ दिनों से बीमार चल रहे हैं. माना जा रहा है कि इस वजह से वह इंडिया की बैठक में शामिल नहीं होंगे, लेकिन सियासी हलकों में इस बात की चर्चा होने लगी है कि क्या नीतीश कुमार कोई बड़ा कदम उठाने वाले हैं? या बीमारी उनकी मजबूरी बन गई है, जो इंडिया गठबंधन में बढ़ती दरारों का संकेत दे रहा है. खैर, ये तो नीतीश कुमार के अगले कदम के बाद साफ हो जाएगा कि उनकी आगे की सियासी राह क्या होगी?

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बिहार के संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने लगातार कांग्रेस पर क्षेत्रीय दलों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बीमारी से उबरने के बाद मंगलवार की कैबिनेट बैठक में भाग लेने वाले कुमार बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे. जदयू महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री बैठक में शामिल नहीं होंगे, लेकिन राजद प्रमुख लालू प्रसाद वहां मौजूद रहेंगे.

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केसी त्यागी ने कहा कि नीतीश मॉडल सभी को समान अवसर देने का है. कांग्रेस को बड़ा दिल दिखाना होगा. बिहार, महाराष्ट्र, यूपी, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु जैसे प्रमुख राज्यों में उसे कहीं अधिक मजबूत क्षेत्रीय दलों को बागडोर सौंपनी होगी. उन्होंने कहा कि राजद और जदयू के बाद बिहार में कांग्रेस के लिए ज्यादा कुछ नहीं बचा है. हम कांग्रेस को उसका हक देंगे, लेकिन बड़े लक्ष्य के लिए ताकत पर काम करना जरूरी है.

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