Bihar Politics: तीन राज्यों में कांग्रेस की हार से क्षेत्रीय दलों ने आंखें तरेंरी! I.N.D.I.A. में JDU ने की बड़ी मांग
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Bihar Politics: तीन राज्यों में कांग्रेस की हार से क्षेत्रीय दलों ने आंखें तरेंरी! I.N.D.I.A. में JDU ने की बड़ी मांग

Bihar Politics: कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश जीतने के बाद से कांग्रेस पार्टी ही विपक्षी गठबंधन को लीड कर रही थी. दोनों राज्यों में बीजेपी को हराने के बाद कांग्रेस इतना ज्यादा उत्साहित थी कि उसने एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में किसी भी क्षेत्रीय दल से समझौता नहीं किया. इतना ही नहीं गठबंधन के साथी अखिलेश यादव से लगातार उलझते रहे.

फाइल फोटो

Bihar Politics: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में मतगणना जारी है. रुझानों में हिंदीभाषी तीनों राज्यों में बीजेपी का कमल खिलने जा रहा है. तीनों राज्यों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन नेविपक्षी गठबंधन में I.N.D.I.A. में उसकी हैसियत को झटका देने का काम किया है. इन नतीजों के बाद क्षेत्रीय गलों ने कांग्रेस को आंखें दिखाना शुरू कर दिया है. बिहार की सत्ताधारी पार्टी जेडीयू ने बड़ी डिमांड कर दी है. जेडीयू की मांग है कि अब 2024 में नीतीश कुमार के चेहरे पर आगे बढ़ना चाहिए. 

जेडीयू के प्रदेश महासचिव निखिल मंडल ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए कहा कि अब 'इंडिया गठबंधन' को नीतीश कुमार के अनुसार चलना चाहिए. निखिल मंडल ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले कुछ समय से कांग्रेस पांच राज्यों के चुनावों में व्यस्त रही जिसके वजह से इंडिया गठबंधन पर ध्यान नहीं दे पा रही थी और अब तो कांग्रेस चुनाव लड़ भी चुकी है और नतीजे भी सबके सामने हैं. निखिल मंडल ने कहा कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के सूत्रधार हैं और वही इस नैया को पार करा सकते हैं.

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बता दें कि कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश जीतने के बाद से कांग्रेस पार्टी ही विपक्षी गठबंधन को लीड कर रही थी. दोनों राज्यों में बीजेपी को हराने के बाद कांग्रेस इतना ज्यादा उत्साहित थी कि अप्रैल-मई से चल रही इंडिया गठबंधन की कवायद को भी पार्टी ने कुछ देर के लिए ठंडे बस्ते में डाल दिया था. नीतीश कुमार और ममता बनर्जी के अलावा अखिलेश यादव ने कांग्रेस के रुख को लेकर नाराजगी भी जताई लेकिन कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ा. कांग्रेस ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के अलावा तेलंगाना और मिजोरम के चुनाव परिणाम में चमत्कार की उम्मीद करते हुए अपने सहयोगी दलों को नाराज करना भी उचित समझा.

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