Hajipur News: हाजीपुर में रूसी सेना के लिए जूते और यूरोपीय बाजारों के लिए डिजाइनर जूते तैयार किए जा रहे हैं. यहां स्थित कंपीटेंस एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (Competence Exports Private Limited), रूसी सेना के लिए जूते बना रही है.
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Hajipur News: बिहार का हाजीपुर का इतिहास काफी पुराना है. कहते हैं कि पुराणों में इस शहर का वर्णन है. मुगलकाल से पहले हाजीपुर को हरिहरपुर के नाम से जाना जाता था. भारतीय इतिहास के पन्नों में हाजीपुर बार-बार याद आता है- चाहे वह भगवान बुद्ध का समय हो या इस्लाम का शासन या ब्रिटिश काल. यहां स्थित महात्मा गांधी सेतु इस शहर की पहचान है. यह पूरे विश्व में सबसे लंबे पुलों में से एक है जो लगभग चार दशक पुराना है. यह पुल हाजीपुर और बिहार राज्य की राजधानी पटना को जोड़ता है. इस पुल की लंबाई लगभग 5.5 किमी है. हाजीपुर में लगने वाला पशुओं का सबसे बड़ा मेला- सोनपुर मेला भी काफी विख्यात है. अब हाजीपुर अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी जगह बना रहा है. इस शहर में बनने वाला जूता अब विदेश में सप्लाई हो रहा है.
जानकारी के मुताबिक, हाजीपुर में बना जूता अब रूसी सैनिक पहनेंगे. टीवी9 की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी सेना के लिए जूते और यूरोपीय बाजारों के लिए डिजाइनर जूते तैयार किए जा रहे हैं. हाजीपुर में स्थित कंपीटेंस एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (Competence Exports Private Limited), रूसी सेना के लिए जूते बना रही है. कंपनी के जनरल मैनेजर शिब कुमार रॉय ने बताया कि कंपनी में 300 कर्मचारियों में से 70 प्रतिशत महिलाएं हैं. उन्होंने कहा कि हम सेफ्टी जूते बनाते हैं जिन्हें रूस में निर्यात किया जाता है.
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रॉय ने कहा कि उनकी डिमांड हैं कि जूते हल्के हो, ऐसे हो जो फिसलने वाले न हो और -40 डिग्री सेल्सियस जैसे ठंडे मौसम की स्थिति का सामना कर सकें. रॉय ने कहा हम इन चीजों को ध्यान में रखते हुए जूते बनाते हैं. उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी रूस के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक है. उम्मीद है कि संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जाएगी.