NEET Paper Leak Case: सीबीआई ने मुंबई से एक और सॉल्वर रौनक को किया गिरफ्तार, 5 मई को हजारीबाग में था मौजूद
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NEET Paper Leak Case: सीबीआई ने मुंबई से एक और सॉल्वर रौनक को किया गिरफ्तार, 5 मई को हजारीबाग में था मौजूद

NEET Paper Leak Case: नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने एक और सॉल्वर को मुंबई से गिरफ्तार किया है. इस युवक का नाम रौनक बताया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, अन्य छात्रों के साथ मिलकर उसने प्रश्न पत्र हल किया था.

सीबीआई ने मुंबई से एक और सॉल्वर रौनक को किया गिरफ्तार, 5 मई को हजारीबाग में था मौजूद

पटनाः NEET Paper Leak Case: नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की कार्रवाई जारी है. सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले में एक और सॉल्वर को मुंबई से गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी का नाम रौनक बताया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, सॉल्वर रौनक 5 मई को झारखंड के हजारीबाग में मौजूद था और उसने भी अन्य छात्रों के साथ मिलकर प्रश्न पत्र हल किया था.

नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई आरोपी रौनक की तलाश कर रही थी. सीबीआई को उसके मुंबई में होने की जानकारी मिली, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया. सीबीआई ने सॉल्वर रौनक को सोमवार में कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने उसे 3 अगस्त तक सीबीआई रिमांड में भेज दिया.

बता दें कि सीबीआई ने नीट मामले में पटना एम्स से चार, रांची रिम्स से एक और भरतपुर मेडिकल कॉलेज के दो मेडिकल छात्रों को गिरफ्तार किया है. इससे पहले सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले में सॉल्वर दीपेंद्र शर्मा और कुमार मंगलम विश्नोई और सेटर शशिकांत पासवान को गिरफ्तार किया था. सॉल्वर दीपेंद्र शर्मा और कुमार मंगलम विश्नोई भरतपुर मेडिकल कॉलेज के छात्र हैं, जबकि तीसरा शख्स शशिकांत पासवान, पटना का रहने वाला है.

सीबीआई ने रांची स्थित मेडिकल कॉलेज रिम्स की फर्स्ट ईयर की छात्रा सुरभि कुमारी को भी हिरासत में लिया था. छात्रा इस सॉल्वर गैंग की सदस्य बताई जा रही है. नीट यूजी पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड राकेश रंजन उर्फ रॉकी है. बताया जा रहा है कि उसका पटना और रांची के कई एमबीबीएस छात्रों और डॉक्टरों से संबंध है.

ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट ने बीते मंगलवार को नीट-यूजी परीक्षा रद्द करने से इनकार कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि परीक्षा रद्द करने की मांग सही नहीं है. इसका मतलब है कि नीट-यूजी परीक्षा दोबारा नहीं होगी. भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कहा कि ऐसी कोई सामग्री नहीं है जिससे ये साबित हो कि पूरी परीक्षा की पवित्रता प्रभावित हुई है.

बता दें कि कई छात्र नीट-यूजी की परीक्षा दोबारा कराने की मांग कर रहे थे. उन लोगों ने इसमें कई अनियमितताओं का आरोप लगाया था. यहां तक कि पेपर लीक का भी आरोप लगा. बताया गया कि इसमें कई खामियां हैं. नीट-यूजी परीक्षा 571 शहरों के 4750 केंद्रों के अलावा 14 विदेशी शहरों में भी आयोजित की गई थी.
इनपुट- आईएएनएस के साथ

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