कैसे बनेगा पटना स्मार्ट सिटी, जाम की समस्या और अतिक्रमण से त्रस्त है राजधानी
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1272437

कैसे बनेगा पटना स्मार्ट सिटी, जाम की समस्या और अतिक्रमण से त्रस्त है राजधानी

राजधानी पटना को मेट्रो सिटी बनाने की बात हो रही है. इसके अलावा स्मार्ट सिटी के तौर पर इसका विकास हो रहा है.

(फाइल फोटो)

पटना : राजधानी पटना को मेट्रो सिटी बनाने की बात हो रही है. इसके अलावा स्मार्ट सिटी के तौर पर इसका विकास हो रहा है. मेट्रो ट्रेन तक चलाने की तैयारियां हो गई है.  पिछले 15 साल में सड़कें भी चौड़ी हुई हैं और कई सारे फ्लाइओवरों का भी निर्माण हुआ है, लेकिन इसके बावजूद राजधानी पटना में जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है.  क्योंकि पार्किंग की समस्या इन 15 सालों में बिल्कुल नहीं सुधरी है. पार्किंग तो बनाए गए हैं लेकिन पार्किंग पर अवैध कब्जा हो गया है जिसकी वजह से आम लोगों को गाड़ी लगाना बेहद मुश्किल साबित हो रहा है. 

कैसे बनेगा पटना स्मार्ट सिटी जब जाम से नहीं मिल रही राहत?
राजधानी पटना में सड़क पुल पुलिया और उबर वीडियो का जाल बिछ गया है. शहर को स्मार्ट सिटी के तौर पर विकसित करने का कार्य बहुत तेजी से चल रहा है. शहर में मेट्रो ट्रेन चलाने की योजना है और पटना को बड़े शहरों की श्रेणी में लाकर खड़ा करने की कवायद चल रही है. गंगा पथ, अटल पथ से लेकर कई फ्लाईओवर और इसके अलावा कई निर्माणाधीन सड़कें जो आने वाले समय में राजधानी पटना की सूरत बदल देंगी, सड़कों के चौड़े होने के बावजूद आज राजधानी पटना में जाम की समस्या विकराल बनी हुई है. क्योंकि यहां पर सड़कों पर पार्किंग एक बड़ी समस्या है. सड़कों पर दुकान लगाना, ठेला-रेहड़ी लगाना एक बड़ी समस्या है. जिसका खामियाजा दुकानदार से लेकर आम जनता तक को झेलना पड़ रहा है. 

पटना के हथुआ मार्केट में भी पार्किंग की समस्या से लोग परेशान 
राजधानी पटना के हथुआ मार्केट की स्थिति भी ऐसी ही हैं. बीच सड़क पर दुकान लगी है. पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है और सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को है जो इस बाजार में खरीदारी करने आते हैं. पार्किंग नहीं मिलने की वजह से ग्राहक रूकते नहीं है लिहाजा दुकानदारी पूरी तरीके से मंदी पड़ गई है. 

पटना जंक्शन के पास भी पार्किंग पर अवैध कब्जा
पटना के अति व्यस्त पटना जंक्शन के पास यहां पर ओवर ब्रिज के नीचे तकरीबन 2 किलोमीटर की पार्किंग बनाई गई है. जिसका बाकायदा टेंडर भी होता है, लेकिन इस पार्किंग सेंटर पर वेंडरों ने अवैध तरीके से कब्जा जमा लिया है. पार्किंग ठेकेदार इन वेंडरों से पैसा लेते हैं और इन्हें यह पार्किंग की जगह उपलब्ध कराते हैं. जिसकी वजह से सड़कों पर ही गाड़ी पार्क करना लोगों की मजबूरी है और फिर इसके बाद पुलिस लोगों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए जमकर मोटी रकम इन से भी वसूल करते हैं. यहां के दुकानदारों का कहना है कि पार्किंग नहीं होने की वजह से ग्राहक यहां नहीं आते हैं और लाखों रुपए खर्च कर शोरूम खोलने के बावजूद अब वह घाटे में चल रहे हैं. 

बिहार के डीजीपी बोले बाकी विभागों से नहीं मिलता सहयोग
कहीं भी पार्किंग की व्यवस्था उपलब्ध कराना इसके अलावा सड़कों पर सुरक्षा मुहैया कराना स्थानीय पुलिस और थाने की जिम्मेदारी है. इसके अलावा थाने की जिम्मेदारी यह भी बनती है कि सरकारी जमीन और सरकारी संपत्ति पर कोई कब्जा ना जमाए, इसके अलावा नगर निगम और शहरी विकास मंत्रालय की भी जिम्मेदारी होती है. इसको लेकर बिहार के डीजीपी एसके सिंघल से सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पुलिस का काम यह नहीं है और उन्हें बाकी विभागों का सहयोग नहीं मिलता है. 

पटना के सबसे व्यस्त और सबसे पॉश बोरिंग रोड की भी हालत खराब 
राजधानी पटना के सबसे व्यस्त और सबसे पॉश इलाकों में से एक बोरिंग रोड में बोरिंग रोड चौराहे से लेकर राजापुर पुल तक तकरीबन 2 किलोमीटर लंबी पार्किंग है. इस पार्किंग पर भी अवैध कब्जा हो चुका है, पार्किंग में पुरानी गाड़ियों की सेल पर चेंज करने वाले कारोबारियों ने अपना कब्जा जमा लिया है और जब लोग अपनी गाड़ी पार्क करने जाते हैं तो यह लोग जबरन उनकी गाड़ी को निर्धारित पार्किंग स्थल पर लगाने से मना कर देते हैं. वही अपनी गाड़ी को लेकर पटना में शॉपिंग करने निकले लोगों का भी कहना है कि पार्किंग नहीं होने की वजह से बहुत ज्यादा परेशानी होती है. 

पटना में हर जगह की हालत एक जैसी 
राजापुर पुल के पास बाकायदा पार्किंग स्थल को सब्जी मंडी में तब्दील कर दिया गया है. सब्जी मंडी में तो इसे तब्दील किया ही गया है, ज्यादातर दुकानदारों ने बीच सड़क पर ही ठेला लगाना शुरू कर दिया है. राजधानी पटना के आईजीआईएमएस अस्पताल के पास मुख्य गेट के सामने ही पार्किंग है. वहां पर ठेले खोमचे वालों ने पूरी तरीके से कब्जा कर लिया है. दूर-दूर तक पार्किंग सपोर्ट तो आपको दिखेगा लेकिन आपको पार्किंग के लिए यहां पर जगह नहीं मिलेगी. 

ये भी पढ़ें- कॉलेज के पास हॉस्टल लेकिन छात्राएं बाहर रहकर पढ़ाई को मजबूर, तस्वीर भयावह

राजधानी पटना में इन सारी चीजों को देखने के बाद तो यही कहा जा सकता है कि शहर विकसित और स्मार्ट तभी हो सकता है. जब शहर की व्यवस्था स्मार्ट हो और सारी चीजें व्यवस्थित हो. लेकिन राजधानी पटना में पार्किंग की समस्या की वजह से सबसे ज्यादा आम आदमी परेशान है.

Trending news