IPS और गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार को फर्जी फोन कॉल के मामले में निलंबित भी किया जा चुका है और वह फरार चल रहे हैं. अब स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने उनके ऊपर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.
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पटना: Bihar News: डीजीपी फर्जी कॉल मामले ने बिहार की सियासत में अचानक सनसनी ला दी थी. इस मामले में फरार चल रहे आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार का अभी तक कोई पता नहीं चला है. बता दें कि इस फरार आईपीएस अधिकारी के खिलाफ विशेष निगरानी इकाई ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.
बिहार और यूपी में आदित्य कुमार के ठिकानों पर छापेमारी
ऐसे में आईपीएस आदित्य कुमार के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई है. आदित्य के बिहार और यूपी के कई ठिकानों पर छापेमारी एक साथ निगरानी की टीम के द्वारा की गई है. बिहार के पटना के अलावा यूपी के गाजियाबाद एवं मेरठ में निगरानी विभाग की टीम ने आईपीएस आदित्य कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की. यह छापेमारी आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई है.
फर्जी फोन कॉल मामले में चल रहे हैं फरार
IPS और गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार को फर्जी फोन कॉल के मामले में निलंबित भी किया जा चुका है और वह फरार चल रहे हैं. अब स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने उनके ऊपर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. निगरानी विभाग की कई टीमों ने बिहार और उत्तर प्रदेश में कुमार की तलाश शुरू कर दी है.
आदित्य कुमार के पटना से सटे दानापुर के शगुना मोड़ के फ्लैट सहित यूपी के गाजियाबाद के इंदिरापुरम के फ्लैट और मेरठ के घर पर छापेमारी हुई है. बता दें कि 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार पर भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम, 1988 की धारा 13 (1) (बी) और 13 (2) और 120 के तहत मामला दर्ज किया गया है. राज्य सतर्कता इकाई के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि उनपर आय से अधिक संपत्ति मामले में यह कार्रवाई की गई है.
जांच में आय से अधिक संपत्ति का मामला भी उजागर
बता दें कि आदित्य कुमार पर पहले भी उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के नामों के कथित दुरुपयोग के संबंध में मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. अब जो दूसरा मामला है उसकी मानें तो आदित्य कुमार पर गया में एसएसपी के तौर पर कार्यरत रहते हुए शराब तस्करी में साठगांठ और अवैध वसूली का आरोप है. वहीं इसके साथ ही आदित्य कुमार पर इस मामले से बचने के लिए दोस्त अभिषेक के जरिए डीजीपी एसके सिंघल को फर्जी कॉल करवाने का भी आरोप है. मामले में बताया गया है कि आदित्य के दोस्त ने उसे बचाने के लिए हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के नाम से डीजीपी को फर्जी कॉल की. अब जब मामला दर्ज हुआ तो वह फरार है. वहीं जांच के दौरान निगरानी विभाग की टीम को आदित्य कुमार के पास आय से अधिक संपत्ति होने के भी सबूत मिले हैं. इसी को आधार पर आज यह छापेमारी की गई है. इससे पहले फर्जी कॉल मामले में आदित्य कुमार ने अग्रिम जमानत याचिका कोर्ट में दाखिल की थी जिसे खारिज कर दिया गया.
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