जन्म प्रमाणपत्र जारी करने में फर्जीवाड़ा, नगर निगम मुजफ्फरपुर प्रशासन में हड़कंप
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जन्म प्रमाणपत्र जारी करने में फर्जीवाड़ा, नगर निगम मुजफ्फरपुर प्रशासन में हड़कंप

साइबर फ्रॉड और फर्जी तरीके से जन्म प्रमाणपत्र जारी करने वाले बड़े गिरोह से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है. जिसमें कई जन्म प्रमाण पत्र मिले हैं. इसकी जानकारी के बाद नगर निगम मुजफ्फरपुर प्रशासन में हड़कंप मच गया है. 

जन्म प्रमाणपत्र जारी करने में फर्जीवाड़ा, नगर निगम मुजफ्फरपुर प्रशासन में हड़कंप

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में जन्म प्रमाणपत्र जारी करने का फर्जीवाड़ा का बड़ा मामला सामने आया है. प्रमाणपत्र मुजफ्फरपुर नगर निगम के एक पूर्व नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय के नाम पर जारी किया गया. बता दें कि बीते 19 जुलाई 2022 को ही नगर आयुक्त का तबादला हो गया, उसके बाद से अब 17 अगस्त को फर्जी रूप से कई जन्म प्रमाणपत्र पत्र को जारी किया गया है. जिसकी जानकारी के बाद से नगर निगम मुजफ्फरपुर की प्रशासन में हड़कंप मच गया है और इसको लेकर उप नगर आयुक्त ने कहा मामला गंभीर हैं जानकारी मिली है और अब इस पर कार्रवाई की जा रही है. 

जुलाई में हो गया पूर्व नगर आयुक्त का तबादला
दरअसल पूरा मामला साइबर फ्रॉड और फर्जी तरीके से जन्म प्रमाणपत्र जारी करने वाले बड़े गिरोह से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है. जिसमें कई जन्म प्रमाण पत्र मिले हैं. इसकी जानकारी के बाद नगर निगम मुजफ्फरपुर प्रशासन में हड़कंप मच गया है. जिसमें यह पाया गया है कि कई जन्म प्रमाण पत्र निर्गत किए गए हैं. इन पर पूर्व नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय और सांखिक पदाधिकारी का हस्ताक्षर है जिसको इश्यू किया गया है, जबकि पूर्व नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय का तबादला 19 जुलाई 2022 को ही किया जा चुका है और अब एक माह बाद 17 अगस्त 2022 को उनके नाम पर निर्गत किया गया हुआ जन्म प्रमाणपत्र जारी किया गया है.

जांच के दिए गए आदेश
मुजफ्फरपुर नगर निगम में उप नगर आयुक्त ओसामा इब्न मंसूर ने कहा कि, मामले को लेकर जांच के आदेश दिया है और बताया है की इसकी जांच कर करवाई जा रही है कि ऐसा कैसे जारी किया गया है और जबकि इसको लेकर काफी बारीकी बरती जाती है और एक पूर्व नगर आयुक्त के नाम पर कैसे जारी किया गया है इसकी जांच करवाई जा रही है.

 

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