Bangladesh News: बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के खात्में के बाद भी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. अब ढ़ाका यूनिवर्सिटी के अंदर दो छात्र संगठनों आपस में ही भिड़ गए हैं. पूरी खबर जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
Trending Photos
Bangladesh News: भारत का पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में पिछले साल के अगस्त महीने में जबरदस्त स्टूडेंट प्रोटेस्ट हुआ था, जिसके बाद हालात इतने खराब हो गए थे कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को बांग्लादेश छोड़कर भागना पड़ा था. फ़िलहाल बांग्लादेश में चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस के सदारत में अंतरिम सरकार चल रही है, लेकिन अभी तक बंग्लादेश में हिंसा का दौर थम नहीं रहा है. खबर है कि बंग्लादेश की ऐतिहासिक ढ़ाका यूनिवर्सिटी में मौजूद मधूर कैंटीन का कंट्रोल कट्टर इस्लामिक छात्र संगठन ने अपने हाथों में ले लिया है. इस कैंटीन के सामने गुजिश्ता कुछ रोज से अलग-अलग स्टूडेंट संगठन विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे. प्रदर्शन के बीच स्टूडेंट्स ग्रुपों में हाथापाई हुई थी, जिसके बाद कैंटिन मानो जंग का मैदान बन गया था. इस झड़प में कई स्टूडेंट्स को सिरियस चोट आई है.
दरअसल, अखंड पाकिस्तान को सपोर्ट करने वाला कट्टर इस्लामवादी संगठन जमाते इस्लामी के स्टूडेंट विंग ने मधुर कैंटीन का कंट्रोल अपने हाथों में ले लिया है. मधुसूधन डे बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानी थें. जमाते इस्लामी ने बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई के दौरान पाकिस्तान का साथ दिया था. जमाते इस्लामी के स्टूडेंट विंग के हाथों मधुर कैंटीन का कंट्रोल जाने के बाद से कुछ स्टूडेंट्स ग्रुप का कहना है कि इस घटना ने शहीद मधुसूदन डे समेत देश के सभी स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानी को शर्मसार किया गया है.
कैंटीन में बुधवार 26 फरवरी से तनाव एक बार फिर बढ़ गया है. खबर है कि जब स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन (SAD) के पूर्व नेताओं की पहल पर एक नए स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन 'बांग्लादेश गोत्रांत्रिक छात्र संघ' (बांग्लादेश डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स यूनियन) को लॉंच किया, जिसके बाद स्टूडेंट्स के दो ग्रुप के बीच हाथापाई हुई, जिसमें में कई छात्र घायल हो गए. घायलों में से आठ प्राइवेट यूनिवर्सिटी से थे, जबकि दो ढाका यूनिवर्सिटी से थे.
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजीसीएस के तरफ से घोषित नई सेंट्रल कमिटी को पूरी तरह से खत्म करने की मांग कर रहे लोगों ने अब 28 फरवरी को 'ढाका नाकाबंदी' का आह्वान किया है, जिस दिन एसएडी और जातीय नागरिक समिति के मेंबर बांग्लादेश में एक नई राजनीतिक पार्टी शुरू करने की योजना बना रहे हैं. अगस्त 2024 में बांग्लादेश के कई इलाकों में हुए हिंसा के पीछे स्टूडेंट अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन छात्र संगठन है. इसी छात्र संगठन के विरोध प्रदर्शन के बाद पूर्व प्रधान मंत्री हसीना के खिलाफ तख्तापलट हुआ था. पिछले कुछ महीनों में बांग्लादेश में कई स्टूडेंट्स ग्रुप के बीच झड़पें बढ़ा गई है.
गौरतलब है कि ढाका विश्वविद्यालय में मधुर कैंटीन की स्थापना मधुसूदन डे ने की थी, जो 25 मार्च, 1971 को पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए क्रूर ऑपरेशन 'सर्चलाइट' के दौरान मारे गए थे. हालांकि, बांग्लादेश में छात्र राजनीति की इमेज को तब से भारी नुकसान पहुंचा है जब अगस्त 2024 में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अगुवाई वाली अवामी लीग सरकार के नाटकीय पतन के बाद चीप एडवाइजर मुहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली अंतरिम सरकार ने सत्ता संभाली है.