जयपुर: राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार पर सचिन पायलट ने ग्रहण लगा दिया है. अशोक गहलोत ने भले ही सचिन पायलट का पत्ता कांग्रेस से पूरी तरह काट दिया हो लेकिन सचिन पायलट अशोक गहलोत को अभी चैन नहीं लेने देंगे. राजस्थान की राजनीति में कांग्रेस के दो कद्दावर नेता अब अपनी पार्टी कांग्रेस में घमासान का कारण बने हुए हैं.
कांग्रेस भाजपा के कंधे पर बंदूक रखकर सचिन पायलट के गुट को ठिकाने लगाने की साजिश कर रही है. कल भाजपा ने फ़ोन टैपिंग मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी और आज कांग्रेस इस मांग को खारिज कर दिया है.
सच को दबाने के लिए सीबीआई जांच की मांग- अभिषेक मनु सिंघवी
Serious allegations of horse trading &toppling re various #Raj MLAs incl Central Minister. Police inquiry, FIR & Crl process on. To avoid completion of Crl process, #BJP conveniently demands #CBI. #MHA immly steps in. Wl hand over 2CBI to give clean chit & thwart truth!
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) July 19, 2020
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि सीबीआइ जांच की मांग क्लीन चिट देने और सच को दबाने के लिए की है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री समेत राजस्थान के विधायकों और हॉर्स ट्रेडिंग और सरकार गिराने के गंभीर आरोप लगे हैं. मामले मे एफआइआर दर्ज हो गई है और पुलिस जांच जारी है. इसमें बाधा डालने के लिए भाजपा ने सुविधा अनुसार सीबीआइ जांच की मांग की है.
ये भी पढ़ें- लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे पर दर्दनाक सड़क एक्सीडेंट, पांच लोगों की हुई मौत
भाजपा ने की है सीबीआई जांच की मांग
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि हम इस मामले की सीबीआइ जांच की मांग करते हैं, चाहे फोन टैपिंग हुई हो या एसओपी का पालन किया गया हो. क्या राजस्थान में आपातकालीन स्थिति है. राजस्थान में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि सरकार के पास फोन टैप करने का अधिकार है, लेकिन गृह विभाग के संज्ञान में लाने और अनुमति मिलने के बाद ही ऐसा किया जा सकता है. किसी निजी व्यक्ति के पास ऐसा करने के लिए अधिकार नहीं है.