नई दिल्ली: भारी हंगामे के बीच राज्यसभा में कृषि बिल मोदी सरकार ने ध्वनिमत से पास कराया. विपक्षी सांसदों ने बिल के विरोध में हंगामा किया. TMC ने कहा कि कृषि बिल लाने से लोकतंत्र की हत्या हुई है. तो वहीं इस बिल का विरोध करते-करते विरोधियों की जुबान इस कदर ज़हर उगलने लगी कि उन्होंने इल बिल को किसानों का डेथ वारंट बता दिया.
कृषि बिल को बताया किसानों का डेथ वारंट
कृषि बिल पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में हंगामा हुआ. YRS सांसद ने किसान बिल का समर्थन किया. पंजाब से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद बाजवा ने किसान बिलों पर चर्चा के दौरान बोलते हुए, इसे 'किसानों का डेथ वारंट' बता दिया और कहा कि हमारी पार्टी किसी भी कीमत पर इस पर साइन नहीं करेगी.
कृषि बिल पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा देखा गया, वहीं YRS सांसद की टिप्पणी पर कांग्रेस भड़क गई.
TMC सांसद ने की स्पीकर के साथ बदसलूकी
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने राज्यसभा की कार्यवाही में स्पीकर के साथ बदसलूकी की. स्पीकर को रूल बुक दिखाते वक्त टीएमसी सांसद स्पीकर से बदतमीज़ी करते नज़र आए. डेरेक ओ ब्रायन ने स्पीकर का माइक पकड़ने की कोशिश की. इसके साथ ही उन्होंने रूल बुक भी फाड़ दी. कांग्रेस ने भी बहस के दौरान बिल का विरोध किया था.
विपक्ष ने सिर्फ राजनीतिक फायदा ढूंढा
बीजेपी सांसद भूपेंद्र यादव ने बहस में हिस्सा लेते हुए कहा- विपक्ष केवल राजनीति के लिए बिल को रोक रहा है. दुनिया में कृषि क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने के लिए ये बिल आया है.
वहीं कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने कृषि बिल को काला कानून बताया. राहुल ने पीएम मोदी पर आरोप लगाया कि वो किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बनाने का काम कर रहे हैं.
दलेर मेहंदी ने किया खुलकर समर्थन
सिंगर दलेर मेहंदी ने कृषि बिल का समर्थन किया है. पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा दलेर मेहंदी ने कहा कि ये बिल किसानों को खुशहाल बनाएगा.
किसानों से जुड़े बिल पर आज भी विरोध और प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शन को हिंसक होने से रोकने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने तैयारी कर रखी है. हरियाणा में किसानों ने हाईवे पर चक्का जाम करने की धमकी दी है. राज्य सरकार ने इसे लेकर निर्देश जारी किए हैं.
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