लखनऊ: उत्तरप्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता के आगे समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी मुद्दों के लिए जूझ रहे हैं. लोकसभा चुनाव में गठबंधन करके समाजवादी पार्टी और बसपा ने चुनाव लड़ा था लेकिन वो बुरी तरह हर गए थे. अखिलेश यादव के सभी दांव भाजपा के आगे फेल हो गए थे. अब मायावती और अखिलेश यादव ने फिर से अलग अलग रास्तों पर चलना शुरू कर दिया है.
ब्राह्मणों को लुभाने की सियासत कर रहे अखिलेश यादव- मायावती
— Mayawati (@Mayawati) August 9, 2020
उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अखिलेश यादव पर करारा हमला बोला है. मायावती ने कहा कि महापुरुष को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए वह किसी की जागीर नहीं होते हैं. लोग अपने कर्म से महापुरुष का दर्जा पाते हैं. उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा उन्हेंं अपने कार्यकाल में ही परशुराम की मूर्ति लगवा लेनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. समाजवादी पार्टी हमेशा जाति की राजनीति करती है.
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सपा से भी बड़ी परशुराम की मूर्ति लगवाएंगे- मायावती
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था कि वे सत्ता में आने पर प्रदेश में भगवान परशुराम की मूर्ति लगवाएंगे. इस पर मायावती ने अखिलेश यादव पर करारा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी करने पर बसपा भगवान परशुराम के नाम पर अस्पताल व साधु-संतों के ठहरने के लिए स्थल बनवाएगी. मायावती ने कहा कि हम सत्ता में आएंगे तो सपा से भी बड़ी मूर्ति बनवाएंगे.