नई दिल्ली: राजस्थान में कांग्रेस सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. राजस्थान कांग्रेस के बड़े नेता और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपनी ही पार्टी की गहलोत सरकार के नाराज हैं. आज ही सचिन पायलट फिलहाल अपने कई समर्थक विधायकों के साथ दिल्ली में हैं लेकिन सचिन पायलट ने सोनिया-राहुल से मुलाकात के लिए समय नहीं मांगा है.
पूछताछ के लिए SOG का पायलट को नोटिस
वहीं राजस्थान एसओजी ने डिप्टी सीएम सचिन पायलट को नोटिस भी भेजा है. एसओजी यानी special operation group ने सचिन पायलट को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए समय मांगा है. नोटिस मिलने से सचिन पायलट की नाराजगी गहलोत सरकार से और बढ़ गई हैं.
अब आपको बताते हैं कि राजस्थान में सियासी संकट पर 5 बड़ी खबर क्या है...
1- सचिन पायलट अपने समर्थक विधायकों के साथ दिल्ली में हैं
2- पायलट ने सोनिया या राहुल से मिलने का समय नहीं मांगा है
3- गांधी परिवार ने भी पायलट से कोई संपर्क नहीं किया है
4- अशोक गहलोत ने विधायकों को 3 दिनों तक राजस्थान में रहने को कहा
5- राजस्थान SOG के नोटिस भेजे जाने से पायलट की नाराजगी बढ़ी
अध्यक्ष पद की कुर्सी को लेकर छिड़ी है जंग
सचिन पायलट राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ने को तैयार नहीं हैं, जबकि अशोक गहलोत उनको हर हाल में इस पद से हटाना चाहते हैं, ताकि पार्टी की कमान भी अपने किसी चहेते को दे सकें. असली झगड़ा अध्यक्ष पद को लेकर ही है. सचिन पायलट जनवरी 2014 से ही राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष हैं.
साल 2018 में विधानसभा चुनाव भी उनकी ही अध्यक्षता में लड़ा गया. लेकिन चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस ने अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बना दिया गया. उस वक्त भी सचिन इसी नाम पर माने थे कि डिप्टी CM के साथ साथ वो प्रदेश में अध्यक्ष बने रहेंगे. राजस्थान में सरकार बनने के बाद से लेकर अबतक कई बार अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं.
कोटा में 100 बच्चों की मौत के बाद सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया था. अब सचिन को लग रहा है कि उन्हें अध्यक्ष पद से हटाने की तैयारी चल रही है. दरअसल, अशोक गहलोत SOG के बहाने सचिन और उनके समर्थकों को किनारे लगाना चाहते हैं. सचिन ही नहीं उनके समर्थक मंत्रियों को भी SOG का नोटिस दिया गया है. वैसे कांग्रेस आलाकमान अभीतक इस मामले पर चुप है.
दो दिनों से पार्टी के संपर्क में नहीं है पायलट
राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी के मुताबिक पिछले 2 दिनों से सचिन से कोई संपर्क नहीं हो पाया है. खबर ये भी है कि सिंधिया और सचिन अच्छे दोस्त हैं. और जब सिंधिया पार्टी छोड़कर जा रहे थे. तब सचिन ने पार्टी आलाकमान से उन्हें रोकने के लिए अपील भी की थी.
कहा ये भी जा रहा है कि बीजेपी सिंधिया के जरिए ही सचिन को साधने की तैयारी में है. सचिन के समर्थक विधायकों का दावा है कि करीब 25 विधायक उनके समर्थन में हैं.
..तो क्या मध्यप्रदेश की कहानी राजस्थान में भी दोहराई जा जाएगी? क्या सिंधिया की तरह सचिन पायलट भी कांग्रेस को अलविदा कर देंगे? ये खबर इसीलिए भी मायने रखती है, क्योंकि सिंधिया और सचिन अच्छे दोस्त हैं.
राहुल गांधी ने बुलाया, मिलेंगे सचिन पायलट?
सचिन को राहुल गांधी ने 5.30 बजे मिलने के लिए बुलाया है. सूत्रों की माने तो अगर सचिन मिलने पहुंचे तो मामला ठीक हो सकता है. अन्यथा सचिन का बीजेपी में जाना तय माना जा रहा है.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी विधायकों को जयपुर बुलाया है. आज शाम मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बैठक करेंगे. मंत्रियों से पहले विधायकों के साथ भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बैठक होगी. आज रात 9 बजे अशोक गहलोत ने सभी विधायकों और मंत्रियों की बैठक बुलाई है. मकसद ये जानना है कि गहलोत सरकार के साथ कितने विधायक है और पायलट कैंप के साथ कितने विधायक हैं.
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