कोलकाताः पं. बंगाल की ओर रुख करिए तो वहां दो धड़े हैं, राजभवन और सीएम ऑफिस. एक साल के लगभग हो गए हैं, इन दोनों शब्दों को जब भी लिखा जाता है इनके बची बनी खाली जगह में तकरार, टूट, दूरियां, तल्खी और दरार जैसे शब्द भरे ही जाते हैं.
नागरिकता कानून के विरोध और बंगाली अस्मिता के मुद्दों के नाम पर उठा यह विरोध दो बड़ी राजनीतिक और संवैधानिक शक्तियों के बीच अहम की वजह बन जुका है.
राजभवन ने लगाया है सीधा आरोप
तबसे आलम यह है कि दोनों ही पक्ष बस मौका तकते हैं और एक-दूसरे पर निशाना साध लेते हैं. सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और प्रदेश की सीएम कुर्सी पर बैठीं ममता बनर्जी कभी पट खाती हैं तो कभी चित्त करने की कोशिश करती हैं.
इस बार वह फिर मुश्किल में हैं क्योंकि राजभवन की ओर से सीधा आरोप लगाया गया है.
राज्यपाल ने प्रेसवार्ता बुलाकर आरोप लगाया
रविवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि राजभवन की जासूसी हो रही है, जो कि बेहद गलत है. उन्होंने कहा कि इससे राजभवन की गरिमा कम हो रही है. उन्होंने रविवार को प्रेस वार्ता बुलाई और खुलकर अपनी बात रखी. उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए.
राज्य में फैल गई है अराजकता
राज्यपाल ने एक बार फिर दोहराया है कि पूरे राज्य में अराजकता फैल गई है. राज्य सरकार राज्य को संभालने में विफल है. साल भर से जारी तनाव के बीच राज्यपाल के इन आरोप से राज्य की राजनीति गरमा गई है.
उन्होंने ये भी कहा कि पूरे राज्य में अराजकता का माहौल है और राज्य सरकार राज्य को संभालने में विफल दिख रही है. धनखड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मैं आप सभी को बताना चाहता हूं कि राजभवन निगरानी में है. इससे राजभवन की शुचिता कम होती है. मैं इसकी पवित्रता की रक्षा के लिए सब कुछ करूंगा.'
15 अगस्त की शाम से बढ़ी तल्खी
राज्यपाल और सीएम की यह तल्खी रविवार को सामने आई. लेकिन इसकी एक बानगी स्वतंत्रता दिवस की शाम ही दिख गई थी. हुआ यूं कि राजभवन में राज्यपाल की ओर से पारंपरिक टी पार्टी आयोजित की गई थी. इसमें सीएम ममता नदारद रही हैं.
राज्यपाल ने इसे वाकए को आपराधिक तौर पर लिया. उनका गुस्सा एक तस्वीर से जाहिर हुआ, जिसमें वह सीएम ममता की खाली कुर्सी को नमस्कार कर रहे हैं.
राजभवन में रखी गई थी टी-पार्टी
इस पूरे प्रकरण के कुछ देर बाद ही राज्यपाल ने ट्वीट की एक पूरी सिरीज चलाई. जिसमें उन्होंने सीएम ममता की गैरमौजूदगी को निशाना बनाया. राज्यपाल ने लिखा कि जिस वक्त मैंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सीएम और अधिकारियों को नदारद पाया तो इससे मैं चौंक उठा. उन्होंने इसे स्वतंत्रता सेनानियों की शान के खिलाफ के तौर पर लिया.
राज्यपाल ने चलाई ट्वीट की सिरीज
इसके बाद राज्यपाल दूसरा ट्वीट किया और सीएम की खाली कुर्सी की तस्वीर पोस्ट की. इसमें उन्होंने लिखा कि ये सीट सीएम के लिए थी. इस तस्वीर में राज्यपाल खाली कुर्सी की तरफ नमस्ते करते दिखाई दे रहे हैं.
Absence of CM and officials @MamataOfficial on occasion of Independence Day celebration at Raj Bhawan has like many startled and stunned me. We need to rise to occasion as respect to freedom fighters who gave their all to secure for us freedom and democracy. Iam at loss of words. pic.twitter.com/fAUByqxTp7
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) August 15, 2020
उन्होंने यह भी लिखा कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राजभवन में सीएम ममता बनर्जी की ये खाली सीट काफी कुछ बयां करती है. इसने ऐसी अनचाही स्थिति पैदा कर दी है जोकि पश्चिम बंगाल की समृद्ध संस्कृति और लोकाचार के अनुरूप नहीं है.
दोहरी मुश्किल में ममता
सीएम ममता और राज्यपाल के बीच यह तो महज 24 घंटों के बीच की तल्खी है, लेकिन बंगाल में इन दोनों का तकरार तकरीबन साल भर से जारी है. 15 अगस्त के मौके पर भाजपा के एक कार्यकर्ता की मौत का आरोप भी TMC के सिर पर है. ऐसे में ममता दोहरी मुश्किल में हैं. 2021 में बंगाल चुनाव तक यह तकरार किस तरह का रुख अख्तियार करेगी, फिलहाल समय पर है.
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