Who is Champai Soren: चंपई सोरेन झामुमो छोड़कर भाजपा में जा सकते हैं. वे प्रदेश के मुखिया भी रहे हैं. जब हेमंत सोरेन जेल गए थे, तब चंपई सोरेन को ही CM पद मिला था. अब मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि हेमंत सोरेन से चंपई सोरेन नाराज हैं.
Who is Champai Soren: चंपई सोरेन ने साला 1991 में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी. उन्होंने सबसे पहले निर्दलिय के तौर पर विधानसभा उपचुनाव जीता. इसके बाद वे JMM में शामिल हुए. फिर चंपई सोरेन शिबू सोरेन के करीब आए.
झारखंड में सियासी भूचाल आने के संकेत मिल रहे हैं. प्रदेश के पूर्व CM और JMM के नेता चंपई सोरेन भाजपा में शामिल हो सकते हैं. वे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी हुआ करते थे. करीबी भी इतनी कि हेमंत सोरेन ने जेल जाने से पहले चंपई को ही झारखंड का CM बनाया. सार्वजनिक कार्यक्रमों में हेमंत सोरेन चंपई सोरेन का आशीर्वाद लेते हुए भी नजर आए हैं.
चंपई सोरेन को झारखंड का टाइगर कहा जाता है. राजनीति में आने से पहले चंपई सोरेन खेती किया करते थे. चंपई सोरेन साल 1956 में सरायरकेला के जिलिंगगोड़ा में जन्मे थे. वे सेमल सोरेन और माधव सोरेन के घर पैदा हुए. वे तीन भाइयों और एक बहन में सबसे बड़े थे. चंपई सोरेन मैट्रिक पास हैं. चंपई की शादी शादी मानको सोरेन से हुई. पूर्व CM चंपई सोरेन के चार बेटे और तीन बेटियां हैं.
चंपई सोरेन ने साल 1991 में सियासी करियर की शुरुआत की. उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा चुनाव में जीता था. यब उन्होंने सांसद कृष्णा मार्डी की पत्नी को चुनाव हराया था. साल 1995 में चंपई सोरेन ने JMM की टिकट पर चुनाव जीता. वे साल 2005 से सरायकेला से विधायक हैं.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन बड़े आदिवासी नेता रहे हैं. चंपई सोरेन उनके करीबी रहे हैं. यही कारण है कि हेमंत सोरेन चंपई के पैर छूते हैं. हेमंत पार्टी के आंतिरक मामलों को लेकर चंपई से कई बार सलाह ले चुके हैं. 2 फरवरी, 2024 को चंपई सोरेन CM बने थे.
लेकिन जैसे ही हेमंत सोरेन 28 जून को जेल से बाहर आए, तभी ये सवाल उठने लगे थे कि क्या हेमंत सोरेन एक बार फिर CM बन सकते हैं? इसका जवाब 3 जुलाई, 2024 को मिल गया, जब चंपई सोरेन ने CM पद से इस्तीफा दे दिया और हेमंत सोरेन एक बार फिर CM बन गए. इसके बाद से ही ये सुनने में आ रहा था कि चंपई सोरेन हेमंत से नाराज चल रहे हैं.