नई दिल्ली. भारत के हर देशभक्त से यही अपेक्षा है जो वीरेंद्र सहवाग की प्रतिक्रिया में देखने को मिली है. चीन की सेना की दबाव बनाने की घटिया रणनीति के कारण भारतीय सैनिकों द्वारा धोखा दे कर अचानक हुए हमले से बीस भारतीय जवानों को जान गंवानी पडी. किन्तु भारत के बहादुर जवानों ने जम कर पलटवार किया और करीब 43 चीनी सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया. चीन की इस हरकत पर वीरेंद्र सहवाग ने चीन को चेतावनी दी.
साढ़े तीन घंटे चली झड़प
पंद्रह जून की रात साढ़े ग्यारह बजे जब भारतीय सेना के जवान इस उम्मीद में थे कि जैसा चीनी सैन्य-अधिकारियों के साथ वार्ता में तय हुआ था कि चीनी सेना वापस लौटेगी और अप्रेल की अपनी पूर्व स्थिति पर वापस पहुंचेगी, अचानक चीनी सैनिकों ने लोहे की रॉड्स, सीमेंट की रॉड्स, पत्थरों, कंटीले लोहे के तारों से हमला कर दिया. अचानक हुए हमले से बीस भारतीय जवान मारे गए किन्तु फिर भारतीय सैनिकों ने कुछ ही समय में सम्हल कर चीनी सेना पर पलटवार किया और उनके 43 सैनिकों को यमलोक पहुंचा दिया. साढ़े तीन घंटे चली इस खुनी झड़प में दोनों ही तरफ से कई जवानों के घायल होने की भी खबर है.
खबर मिलने पर स्तब्ध रह गए सहवाग
पूरे देश में चीनी सेना के इस धोखे से किये हमले पर रोष है और 20 भारतीय जवानों की वीरगति ने लोगों को हार्दिक रूप से क्षुब्ध किया है. ऐसी स्थिति में टीम इंडिया के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने चीन की घटिया हरकत पर भड़क कर चीन को चेतावनी दे डाली है. सहवाग ने कहा ये खबर सुन कर मैं स्तब्ध रह गया.
चीन को सहवाग की चेतावनी
वीरेंद्र सहवाग ने वीरेंद्र सहवाग ने पहले तो गलवान घाटी में बलिदान हुए भारतीय जवानों को अपने शब्दों से श्रद्धांजलि अर्पित की. फिर उन्होंने चीन को तुरंत सुधरने की चेतावनी दे डाली. सहवाग ने अपने ट्वीट में अपने गुस्से का इजहार करते हुए कहा कि -मैं भारतीय सेना के वीर कर्नल संतोष बाबू के प्रति अपनी हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. कर्नल संतोष बाबू ने पराक्रम दिखाते हुए देश के लिए गलवान घाटी में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है. जिस दौर में आज दुनिया महामारी से जूझ रही है, चीन जैसे देश इस तरह की घटिया हरकत कर रहे हैं. मैं उम्मीद करता हूँ कि चीन सुधर जाएगा, वरना उसे भुगतना पड़ेगा !