मैनपुरी. उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी अब समाजवादी पार्टी का गढ़ कही जाने वाली करहल सीट पर सेंध लगाने की तैयारी में है. यूपी के डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने करहल विधानसभा उपचुनाव को लेकर रविवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ मंथन किया. उन्होंने कहा कि पार्टी हर बूथ के हिसाब से रिपोर्ट तैयार कर रही है और उसके आधार पर योजना बनाई जाएगी.
डिप्टी सीएम बोले-सभी गढ़ खत्म हो चुके हैं
ब्रजेश पाठक ने कहा कि सभी गढ़ खत्म हो चुके हैं. अब यह जनता का गढ़ है और जनता जिसे चुनेगी वही जीतेगा. डिप्टी सीएम ने स्वास्थ्य विभाग की भी समीक्षा की है. जिलाधिकारी से प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विकास योजनाओं के बारे में भी बात की है. उन्होंने साफ कहा कि बड़ी परियोजनाएं समय पर पूरी होनी चाहिए. अस्पतालों में दवाइयां उपलब्ध होनी चाहिए, बाहर से दवाइयां बिल्कुल न लिखी जाएं. हमने निर्देश दिए हैं कि अस्पताल में आने वाले लोग मरीजों को भगवान मानकर उनकी सेवा करें.
कई दशक से सपा का अभेद्य किला
बता दें कि बीते कई दशक से मैनपुरी जिला समाजवादी पार्टी का अभेद्य किला रहा है. इसी जिले के अंतर्गत करहल विधानसभा सीट भी है. सपा के फाउंडर मुलायम सिंह यादव के घर सैफई से करहल विधानसभा सीट बिल्कुल सटी हुई है.1993 के बाद एक चुनाव को छोड़कर सपा ने हर चुनाव में जीत हासिल की है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपना पहला विधानसभा चुनाव इसी सीट से लड़ा था. अब वह कन्नौज से सांसद हैं.
क्यों बीजेपी और विपक्ष के लिए अहम हैं ये चुनाव
उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी गठबंधन इंडिया दोनों के लिए ही बेहद अहम है. एकतरफ बीजेपी इनमें से ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल कर यह साबित करने की कोशिश करेगी लोकसभा चुनाव में जीत 'तुक्का' थी. वहीं विपक्षी गठबंधन ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतकर यह साबित करने की कोशिश करेगा कि लोकसभा चुनाव में मिली जीत मेहनत का नतीजा है और यह सिलसिला आगे भी जारी रहने वाला है.
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