नई दिल्ली: जेल में बंद ठग सुकेश चंद्रशेखर ने दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना को पत्र लिखकर दावा किया है, 'उसके परिवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन के संयुक्त अरब अमीरात के करीबी सहयोगी के नंबरों से धमकी भरे कॉल आए.'
सुकेश ने मंडोली जेल से लिखा पत्र
मंडोली जेल के कैदी ने अपने हाथ से लिखे पत्र में कहा, '16 और 17 नवंबर को मेरे परिवार को अज्ञात नंबर से फोन कॉल आए, जिसमें 'जेके' नामक एक व्यक्ति ने उनसे बात की .. मैं 'जेके' को 'जय किशन' के रूप में याद करता हूं, जो सत्येंद्र जैन के करीबी सहयोगी हैं और संयुक्त अरब अमीरात में हैं, लेकिन दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई के बीच घूमते रहते हैं और वह एक फार्मा ठेकेदार हैं और मैं जैन से पहले भी मिल चुका हूं." यह पत्र सुकेश के वकील अशोक सिंह के माध्यम से पोस्ट किया गया.
परिवार को धमकी देने का आरोप
उसने पत्र में दावा किया है, 'मेरे परिवार ने मुझे सूचित किया कि कॉल करने वाले जेके ने उन्हें धमकी दी थी और उनसे कहा था कि वे मुझे जैन, केजरीवाल और आप के खिलाफ न जाने के लिए कहें. उन्होंने कहा कि जैन 'साब' और केजरीवाल 'साब' समझौते के लिए तैयार हैं और वादा किया है कि दोगुनी राशि दी जाएगी. और यह भी वादा किया है कि मेरी पसंद का कोई भी अनुबंध पंजाब में किसी को भी जारी किया जाएगा. बशर्ते, मैं 8 दिसंबर तक चुप रहूं.'
'आगे भी अगर मैं जारी रखता हूं, तो मुझे प्रताड़ित किया जाएगा और मार दिया जाएगा. आश्चर्यजनक रूप से 21 और 24 नवंबर को मेरे परिवार को दो मोबाइल नंबरों से फोन आया .. नंबर सत्यापित किए गए और मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के पाए गए.'
सुकेश ने कहा कि कई अज्ञात नंबरों से पहले से मिल रही लगातार धमकियों के कारण उनके परिवार ने कॉल का जवाब नहीं दिया
बयान दर्ज कराने के बाद से मिल रहीं धमकियां
सुकेश ने दावा किया, 'मुझे और मेरे परिवार को तब से धमकियां मिलनी शुरू हो गई हैं, जब प्रमुख सचिव, गृह और कानून ने विजिलेंस के साथ मिलकर आपके सामने दर्ज की गई मेरी शिकायतों में मेरे द्वारा लिखी गई सभी सामग्री के बारे में विस्तार से अपना बयान दर्ज किया है.'
'नरक भोगने की धमकी दी गई'
'समिति द्वारा 14 नवंबर को मंडोली जेल में मेरा पहला बयान दर्ज किए जाने के बाद अगले दिन मुझे जेल प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित करने की धमकी दी गई थी कि अगर मैं बोलना जारी रखता हूं और जैन, आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ जाता हूं तो जेल प्रशासन मुझे दिखाएगा कि जीवित रहकर नरक भोगना क्या होता है.'
पत्र में आगे लिखा है, 'उन्होंने (जेल प्रशासन) कहा कि अगर मैं सहमत हूं तो वे मुझसे फोन के माध्यम से जैन से बात करवाएंगे और वह मेरी शिकायत के खिलाफ एलजी द्वारा नियुक्त समिति को कोई बयान या विवरण नहीं देने के बदले में मेरी जो भी जरूरत होगी, उसे पूरा करेंगे. आप, केजरीवाल, जैन मुख्य रूप से.'
'सत्येंद्र जैन कैसे कर रहे अपने मोबाइल का इस्तेमाल'
उसने लिखा है, 'सवाल यह है कि सत्येंद्र जैन अभी भी जेल के अंदर अपने मोबाइल का इस्तेमाल कैसे कर रहे हैं या उनके निर्देश पर उनके नंबर का इस्तेमाल कौन कर रहा है? मनीष सिसोदिया भी अपने आधिकारिक नंबरों से बेशर्मी से मुझसे संपर्क करने की कोशिश क्यों कर रहे हैं?"
सुकेश ने अपने पत्र में एलजी से सीबीआई जांच के लिए अनुरोध किया.
एलजी को लिखे सुकेश के पत्र के अंत में कहा गया है, 'मैं विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि जांच जल्द से जल्द सीबीआई को दी जाए और इस बीच कानून के अनुसार एक मजिस्ट्रेट के सामने मेरे बयान दर्ज किए जाएं.'
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